सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

21 अप्रैल को क्या क्या होगा अन लॉक, बस रेल हवाई जहाज तो 3 मई तक ठप्प

21 अप्रैल को क्या क्या होगा अन लॉक, बस रेल हवाई जहाज तो 3 मई तक ठप्प


लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया


दिल्ली ।लॉकडाउन में छूट देने के दबाव के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी अवधि बढ़ाने का फैसला किया। इस फैसले के पीछे कई कारण हैं। एक वजह तो यही है कि कोरोना वायरस से प्रभावित जिलों की संख्या पिछले एक सप्ताह में लगभग 30 पर्सेंट बढ़कर 370 पर पहुंच गई। वहीं एक्सपर्ट्स की यह राय है कि 40 दिनों के लॉकडाउन से वायरस पर नियंत्रण करने में काफी मदद मिलेगी। 
इस बार के लॉकडाउन में थोड़ा सा फर्क रहेगा। लॉकडाउन के पहले चरण के पीछे कहीं न कहीं पीएम मोदी का 'जान है तो जहान है' मंत्र था तो लॉकडाउन 2.0 में 'जान भी जहान भी' पर फोकस है। आइए समझते हैं कि लॉकडाउन में ढील की बढ़ती मांग के बावजूद इसे क्यों बढ़ाना पड़ा। पीएम ने ऐलान किया है कि 20 अप्रैल से कम जोखिम वाले इलाकों में रियायतें दी जाएंगी लेकिन छूट वाले इन इलाकों को तय कैसे किया जाएगा और वहां किस तरह की छूट दी जाएगी? किन जगहों पर छूट की गुंजाइश है और कहां पर नहीं? सबसे पहले समझते हैं कि लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला क्यों करना पड़ा।



 



  • पिछले 1 हफ्ते में हॉटस्पॉट्स वाले जिले 30 प्रतिशत बढ़कर 370 पर पहुंचे, इसलिए जरूरी था लॉकडाउन

  • लॉकडाउन 2.0 में 20 अप्रैल के बाद से कोरोना फ्री इलाकों में कुछ छूट के साथ शुरू होंगी आर्थिक गतिविधियां

  • रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटे जाएंगे इलाके, ग्रीन जोन में कड़े नियमों के साथ शुरू होंगी आर्थिक गतिविधियां


 



आखिर क्यों बढ़ाना पड़ा लॉकडाउन



लॉकडाउन के अच्छे नतीजे मिले, जिसकी तस्दीक खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह कहकर की कि अगर बंदिशें नहीं होतीं तो अब तक देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 8 लाख के करीब केस होते। लॉकडाउन को बढ़ाने की वजह हॉटस्पॉट्स की तादाद का बढ़ना और कुछ जगहों पर इसका सख्ती से पालन नहीं होना है। एक वरिष्ठ अधिकारी के हिसाब से 'कुछ ऐसे जिले हैं जो पिछले सप्ताह तक हॉटस्पॉट नहीं थे, लेकिन अब वे हॉटस्पॉट बन गए हैं। वायरस से प्रभावित जिलों की संख्या बढ़कर लगभग 370 हो गई है। ऐसे जिलों को 20 अप्रैल से राहत मिलेगी जो हॉटस्पॉट नहीं हैं और जिनके ऐसा बने की आशंका नहीं है।


कुछ जगहों पर लॉकडाउन को किया गया था फ़ेल 



दरअसल कोरोना वायरस के संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए हॉटस्पॉट्स जरूरी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने पिछले सप्ताह कहा था कि एक्सपर्ट्स ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कम से कम 4 सप्ताह की जरूरत बताई है। हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि अगर एक क्षेत्र में 28 दिनों तक वायरस का कोई नया मामला नहीं होता तो इसके फैलने की कड़ी टूट जाएगी। इसके अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय को ऐसी रिपोर्ट्स भी मिली थीं कि पूरे देश में लॉकडाउन को एक समान अनुशासन से लागू नहीं किया जा रहा। लॉकडाउन के दौरान भी पश्चिम बंगाल में धार्मिक जमावड़े होने देने, बाजारों में किसी तरह की बंदिश नहीं लगाए जाने को लेकर केंद्र को सूबे के डीजीपी और चीफ सेक्रटरी को कड़ी फटकार तक लगानी पड़ी।


विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी लॉकडाउन बढ़ाने का दिया था सुझाव 



विश्व स्वास्थ्य संगठन भी देशों को लॉकडाउन खत्म न करने को लेकर आगाह करता रहा है। कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित इटली और फ्रांस जैसे देशों ने 40 दिन से अधिक का लॉकडाउन किया है। फ्रांस में लॉकडाउन को बढ़ाकर 11 मई तक और इटली में 3 मई तक कर दिया गया है। हालांकि, डेनमार्क और स्पेन में लॉकडाउन खत्म कर दिया गया है।



लॉकडाउन रहेगा या हटेगा, लोकल प्रशासन करेगा तय 



स्थानीय प्रशासन कोविड19 पर कंट्रोल का जमीनी जायजा लेकर जो रिपोर्ट देगा उसी के आधार पर देशभर में आर्थिक गतिविधियां धीरे-धीरे शुरू की जाएंगी।  अर्थव्यवस्था से जुड़े अहम मंत्रालय इस दलील के साथ कृषि क्षेत्र के अलावा बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार देने वाले दूसरे क्षेत्रों को खोलने के पक्ष में हैं कि यह देशवासियों के हित में जरूरी है। कौन सी आर्थिक गतिविधियां 21 अप्रैल से शुरू की जा सकती हैं, इसका ब्योरा सरकार बुधवार को जारी कर सकती है, लेकिन देशभर में लागू लॉकडाउन 3 मई तक जारी रहेगा।



संक्रमण के स्तर के हिसाब से तीन कैटिगरी मे बाटे जायेगे इलाके 



लाल, पीला और हरा में बांटा जाएगा। इन कैटेगरी के आधार पर डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) के अलावा MSME, एग्रीकल्चर और फूड प्रोसेसिंग मिनिस्ट्री की तरफ से सुझाई गई कुछ गतिविधियों को चलाने की इजाजत दी जाएगी। जैसे गोवा ने मंगलवार को कहा कि वह ग्रीन जोन में आता है क्योंकि उसके यहां संक्रमण का कोई मामला नहीं आया है। इसलिए वह अपनी सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखते हुए लॉकडाउन धीरे-धीरे हटा सकता है



ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू हो सकती हैं इकनॉमिक ऐक्टिविटीज 



प्रधानमंत्री मोदी को हेल्थ और होम मिनिस्ट्रीज और इकनॉमी से जुड़ी मिनिस्ट्रीज की प्रतिकूल राय के बीच एक संतुलन बनाना पड़ रहा है। हेल्थ और होम मिनिस्ट्रीज अप्रैल के अंत तक पूरी तरह लॉकडाउन चाहती थीं, जबकि फाइनेंस और कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्रीज मिनिस्ट्रीज ने इकनॉमिक एक्टिविटी को दोबारा शुरू करने की जरूरत बताई थी। एक अधिकारी ने बताया, ‘अधिकतर ग्रीन डिस्ट्रिक्ट्स ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। इन जिलों में MSME इंडस्ट्री और सरकार के कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स 20 अप्रैल के बाद शुरू हो सकते हैं। इससे श्रमिकों को राहत मिलेगी। सरकार अभी कृषि क्षेत्र को खोलने पर ध्यान दे रही है क्योंकि इसमें पहले सुधार होगा और इससे देश की इकनॉमी की गति बढ़ सकती है।’



दिल्ली-एनसीआर, मुंबई जैसी जगह पर छूट के चांस कम



दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, पुणे, इंदौर और अन्य राज्यों की राजधानियों में 3 मई तक पूरी तरह लॉकडाउन रह सकता है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि सभी बड़ी इंडस्ट्रीज शहरों में हैं और इस वजह से उन्हें 3 मई तक कोई राहत मिलनी मुश्किल है।


छूट वाले इलाकों के लिए होंगी सख्ती


कुछ इंडस्ट्री सेक्टर को खोलने को लेकर नीति आयोग के अलावा वित्त, वाणिज्य एवं उद्योग, स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय की कई दौर की बैठक हो चुकी है। विस्तृत दिशा-निर्देश गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए जाएंगे, जिसमें लॉकडाउन को धीरे-धीरे खत्म करने की रणनीति और तौर-तरीकों के बारे में बताया जाएगा। जिन कंपनियों को परमिटेड जोन में ऐक्टिविटी चलाने की इजाजत दी जाएगी, उनको सख्त नियमों का पालन करना पड़ेगा। 


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

महीनों से गायब सहायक अध्यापिका रहीं गणतंत्र दिवस पर अनुपस्थित,अवैतनिक छुट्टी के कारण सैकड़ों बच्चों का भविष्य अधर में।

  जयचंद लोकल न्यूज़ ऑफ इंडिया सोनभद्र/म्योरपुर/लीलाडेवा   शिक्षा क्षेत्र म्योरपुर के  अंतर्गत ग्राम पंचायत लीलाडेवा के कम्पोजिट विद्यालय लीलाडेवा में सहायक अध्यापिका रानी जायसवाल विगत जनवरी 2021से तैनात हैँ और प्रायः अनुपस्थित चल रही है।इस प्रकरण में खण्ड शिक्षा अधिकारी महोदय म्योरपुर श्री विश्वजीत जी से जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि सहायक अध्यापिका रानी जायसवाल अनुपस्थित चल रही हैँ अवैतनिक अवकाश पर है, उनका कोई वेतन नही बन रहा है। उधर ग्राम प्रधान व ग्रामीणों द्वारा दिनांक 27/12/2023 को ब्लॉक प्रमुख म्योरपुर व श्रीमान जिलाधिकारी महोदय सोनभद्र को लिखित प्रार्थना पत्र देने बावत जब ब्लॉक प्रमुख श्री मानसिंह गोड़ जी से जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि प्रार्थना पत्र पर कार्यवाही हो रही है श्रीमान मुख्य विकास अधिकारी महोदय  सोनभद्र  को मामले से अवगत करा दिया गया है।424 गरीब आदिवासी  छात्र- छात्राओं वाले   कम्पोजिट विद्यालय लीलाडेवा में महज 6 अध्यापक,अध्यापिका हैँ।विद्यालय में बच्चों की संख्या ज्यादा और अध्यापक कम रहने से बच्चों का पठन - पाठन सुचारु रूप से नहीं हो पा रही है जिससे गरी

खण्ड शिक्षा अधिकारी की लापरवाही से शिक्षा व्यवस्था बेपटरी,निर्माणाधीन विद्यालय भवन चढ़े भ्र्ष्टाचार की भेंट

  जयचंद लोकल न्यूज़ ऑफ इंडिया बीजपुर/सोनभद्र  प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी और महत्वकांक्षी निपुण भारत लक्ष्य और डीबीटी योजना म्योरपुर ब्लॉक में सुचारु रूप से चलती नजर नहीं आ रही है।योजना को शत प्रतिशत अंजाम तक पहुंचाने की जिम्मेदारी खण्ड शिक्षा अधिकारी म्योरपुर को शौपी गयी है लेकिन बीईओ की उदासीनता और लापरवाह कार्यशैली से ना बच्चे निपुण हो रहे हैँ और ना ही डीबीटी योजना का धन अभिभावकों तक पहुंच रहा है।बताया जा रहा है कि खण्ड शिक्षा अधिकारी म्योरपुर भवन निर्माण कराने वाले शिक्षकों और भगोड़े को प्रशिक्षण और बोर्ड परीक्षा ड्यूटी के नाम पर संरक्षण देने में ही अपना पुरा ध्यान लगा रखे हैँ।ऐसे में विद्यालयों में पठन पाठन का माहौल खत्म हो गया है।        शुक्रवार को म्योरपुर ब्लॉक के जरहा,किरबिल,सागोबाँध और म्योरपुर न्याय पंचायत के विभिन्न गांव में पहुँचे भाजपा के प्रतिनिधि  मंडल को ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षक विद्यालय नहीं आते हैँ तो विद्यालय के बच्चे निपुण कैसे होंगे।         मण्डल अध्यक्ष मोहरलाल खरवार को ग्रामीणों ने बताया कि  बच्चों को किताबें पढ़ने नहीं आती   लेकिन खण्ड शिक्षा अधिकारी के दबा

प्रधानमंत्री मोदी जी के कार्यक्रम में जा रही बस पलटी 24 यात्री घायल

  मिठाई लाल यादव लोकल न्यूज़ ऑफ़ इंडिया मध्य प्रदेश:  मध्य प्रदेश शहडोल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने जा रही यात्री बस शनिवार सुबह पलट गई हादसे में 24 लोग घायल हुए हैं घायलों को जिले के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया है बस डिंडोरी जिले के धनवा सागर से शहडोल आ रही थी अनूपपुर जिले के पथरूआ घाट में मोड़ पर अनियंत्रित होकर पलट गई बस में लगभग 30 यात्री सवार थे डिंडोरी कलेक्टर विकास मिश्रा ने बताया कि बस मैं सवार सभी लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शहडोल जा रहे थे