मैं भी भूखा ना रहूँ कोई और ना भूखा जाय मुहिम को मिला जोगिंदर नागर , चरतराम बरसीवाल , विजय राजौरा व जेडी मीट वाले धीरज सरीखे समाजसेवी व्यक्तित्व साथियो का साथ
मैं भी भूखा ना रहूँ कोई और ना भूखा जाय मुहिम को मिला जोगिंदर नागर , चरतराम बरसीवाल , विजय राजौरा व जेडी मीट वाले धीरज सरीखे समाजसेवी व्यक्तित्व साथियो का साथ
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया
दिल्ली। आज जब पूरा देश कोरोना की कैद मे मे है और कई कामगार, ग्रामीण मजदूर और जरूरतमंद लोग कोरोना की मौत की डर से कम भूख से मरने के खौफ मे जिन्दा है और कुछ तो पेट और मजबूरी के कारण अपने अपने शहर की तरफ पैदल ही निकल पड़े है बिना पैसे बिना खाने का सामान लिये हुए बन्जारो की तरह। सरकार और प्रशासन अपनी अपनी कागजी कार्रवाई मे सिमटा हुआ है तो समाज अपने नैतिक मूल्यो के साथ सड़क पर है इस महामारी से उनको बचाने के लिये जो कोरोना योद्धा जैसा धर्म निभा रहे है तो कुछ ऐसे जो कई दिनो से अन्न के दर्शन के बिना जी रहे है।
ऐसे मे हमारी मुहिम जो अपने रिपोर्टर्स, पाठक और मित्रो के दम पर शुरु की गई आज लाखो लोगो की पेट की आग को शान्त कर रही है
और उसको जेडी मीट के युवा नेकदिल इन्सान धीरज की मदद मिली तो सबका हौसला मुम्बई तक लोगो की मदद को पहुंच गया और आज उसको और बल मिला साथी जोगिंदर नागर, चरत राम बरसीवाल और विजय रजौरा के आर्थिक भागीदारी की वजह से।
होइहें वही जो राम रुचि राखा की तर्ज पर हम आगे बढ़ रहे है तिनका तिनका सहयोग लेते हुए इस उम्मीद के साथ की अगर हमारे साथ ऐसे साथी है तो शायद ही कोई भूखा रह पाये।
आप सब भी लॉक डाउन को देखते हुए दो रोटी कम खाए दो रोटी ज्यादा पकाये शायद यह चार रोटियाँ किसी का जीवन लौटा दे और उसकी राह उसके अपनो तक जाने लायक बना दे।
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