क्या खालिस्तान विचारधारा को बढावा नही दे रहे मीडिया को गरियाने वाले भाजपा महासचिव मल्विन्दर सिंह कंग
क्या खालिस्तान विचारधारा को बढावा नही दे रहे मीडिया को गरियाने वाले भाजपा महासचिव मल्विन्दर सिंह कंग
विजय शुक्ल
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया
दिल्ली। संघ और भाजपा ने मोदी के नेतृत्व मे देश को राष्ट्रवादी सोच से ना सिर्फ लबरेज किया बल्कि कश्मीर , तीन तलाक और राम मंदिर जैसे मुद्दे को पुलवामा से मिली जीत के बाद देश को सौगात मे दिया। पूरे देश मे माहौल सिर्फ और सिर्फ मोदी मय और शाह वाला नया भारत बनाने वाला दिख रहा। पर पंजाब मे एक नयी और अलग बयार बह रही है और वो भी खुद भाजपाई प्रदेश महासचिव मल्विन्दर सिंह कंग फैला रहे है जो मौजूदा पंजाब के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के करीबी माने जाते है और शायद यही वजह है कि अपने मंसूबे को वो खुलकर अपने सोशल प्लेटफ़ार्म पर साझा करते है सिवाय संघ और भाजपा के किसी भी एजेण्डे के। हां उनका सीधा और सपाट एजेंडा है खालिस्तान समर्थको की प्रोफाइल को अपने पेज पर साझा करना यह जानते हूए भी कि यह सब भाजपा और संघ को गाली देने वाले है और भारत के खासकर पंजाब के टूकड़े टूकड़े करने पर आमादा है। अखंड भारत को तो दिवास्वप्न तक कहने वाले ऊढूके की पोस्ट तो मानो इनकी गीता हो।
सिख विचारधारा को आगे बढ़ाये तो शायद कुछ राजनीतिक फायदा भी होता पर यह तो सीधे सीधे खालिस्तान की।आंग करने वालो मे शुमार है। मीडिया को गाली देना और पंजाबियत को ठेंगा दिखाते हूए खालिस्तान समर्थक और हिन्दुत्व को गाली देने वालो , गौ मांस को हिन्दू धर्म का अनिवार्य भोजन बताने वालो की पोस्ट साझा करते है। मोहन भागवत हो या मोदी की अपील सब गायब है और इधर उनके प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा खालिस्तान की मांग पर जत्थेदार का विरोध कर रहे है जबकि उनका सबसे चहेते महासचिव कंग इसकी खुलकर हिमायत कर रहे है। क्या यह भाजपा की दोहरी चाल है ? या कंग ने मोदी शाह और संघ की विचार धारा को लात मारते हूए खालिस्तान को सबसे ऊपर रखा है? आप ज्यादा जानकारी के लिये मल्विन्दर सिंह कंग की फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल देख सकते है। जहाँ यह शहादत देशभक्ति या भाजपा संघ को भी खालिस्तान और हिन्दुत्व के तराजू से तोलते है और हिन्दुत्व तो इनके लिये अछूत ही है।
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