बीजपुर , सोनभद्र। जल जंगल और जमीन का धनी सोनभद्र और उसका आदिवासी बाहुल्य इलाका बीजपुर भू माफियाओ और वन माफियाओ के निशाने पर रहा हैं। इस बार अखबारों और स्थानीय पत्रकारों की कलम की सुर्खिया बटोर रही खबर बनी एनटीपीसी रिहंद पावर प्लांट के अगल बगल रिहंद जलाशय के पेट से पोकलेन और डम्फर द्वारा मिट्टी कटिंग करने से जलाशय का अस्तित्व खतरे में दिखाई देने की हैं।
बताया जाता है कि कार्यदायी संस्था द्वारा सिरसोती के पास रिहंदबांध के पेट में बड़े पैमाने पर मिट्टी खनन कर निर्माणाधीन सोलर प्लांट के फिलिंग में उपयोग किया जा रहा है। वहीं डूमरचुआ के पास रिहंद बांध से खुदाई कर उसको डम्फर द्वारा राखी बंधे पर डाला जा रहा है।
अखबार की सुर्खियों और सूत्रों पर भरोसा करें तो एक चर्चित वन दारोगा की मिली भगत से खनन माफिया देश की धरोहर रिहंद बांध के पेट मे खाली जमीन से अबैध खनन को धड़ल्ले से अंजाम देने में लगे हुए हैं। बताया जाता है कि रिहंद बांध के अंदर से किसी भी प्रकार के खनन पर रोक है वावजूद किसके इशारे पर यह मिट्टी का खनन कराया जा रहा है कोई भी बोलने से बच रहा है। इसबाबत वह क्षेत्राधिकारी जहीर मिर्ज़ा से बात की गई तो उन्हों ने कहा कि यह डूब क्षेत्र का मामला है इससे वन बिभाग का कोई लेना देना नहीं है। वहीं अधिशासी अभियंता रिहंद जलाशय पिपरी से जानकारी लेने की कोशिश की गई तो उनका सेल फोन बंद मिला। उधर मामले से सम्बंधित उप जिलाधिकारी दुद्धि रमेश कुमार से जब जानकारी ली गयी तो उन्हों बताया कि शिकायत मिली है जल्द जाँच करा कर दोषियों पर करवाई की जाएगी।
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