सक्षम बिटिया अभियान की कल्पना, जरूरत एवं उद्देश्य पर सार्थक चर्चा से एक सकारात्मक सामाजिक ढाँचे के निर्माण की शुरुवात
प्रभा पांडेय
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया
सोनभद्र। गूगल मीट के माध्यम से ARP अखिलेश देव पाण्डेय,विनोद कुमार , रजनीश श्रीवास्तव एवं ब्लॉक के तकरीबन 60 शिक्षक संकुल एवं शिक्षकों के साथ खंड शिक्षा अधिकारी एस. पी. सहाय की अध्यक्षता में सक्षम बिटिया अभियान पर चर्चा हुई। बैठक की शुरुआत खंड शिक्षा अधिकारी म्योरपुर ने शिक्षकों के उत्साहवर्धन के साथ-साथ उनके द्वारा तमाम शिक्षा संबंधी कोशिशों के लिए नमन करके किया। उनका यह कहना कि एक सक्षम बिटिया ही एक शशक्त समाज की नींव होती है,इस बात को दर्शाता है कि वह खुद इस अभियान से कितना जुड़े हुए है। उन्होंने दो बातों पर मुख्य रूप से बल दिया कि सक्षम बिटिया अभियान को सफल बनाना पूरे ब्लॉक की जिम्मेदारी है और सभी लोग इसमें अपना पूर्ण सहयोग देंगे। और दूसरा की रीड अलोंग ऍप को नामित स्वयं सेवियों की सहायता से ज्यादा से ज्यादा बच्चों तक पहुँचाया जाएगा जिससे बच्चों की भाषा कौशल सुदृढ़ हो सके।
वहीं मौजूद ए.आर.पी अखिलेश जी ने सक्षम बिटिया अभियान को सफल बनाना, म्योरपुर ब्लॉक की प्राथमिकता बताया ताकि ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं का विकास हो सके।
PPT के माध्यम से पीरामल फाउंडेशन की सोनाली केशरी ने सक्षम बिटिया अभियान की कल्पना, जरूरत एवं उद्देश्य को सबके सामने रखा और उसके विभिन्न पहलुओं पर भी प्रकाश डाला।
म्योरपुर ब्लॉक के 08 न्याय पंचायत के कुल 40 शिक्षक संकुल को यह दायित्व सौंपा गया कि प्रत्येक शिक्षकसंकुल एक महिला स्वयं सेवी को 10 फरवरी तक नामित करें। जिसको पूरे गर्मजोशी के साथ शिक्षकों द्वारा स्वीकार किया गया। यह महिला स्वयं सेवी *संगिनी* नाम से जानी जाएंगी और दूसरे बच्चियों के लिए प्रेरणा का काम करेंगी।
सक्षम बिटिया अभियान के अभिन्न अंग शिक्षकसंकुल ने भी इस अभियान को सफल बनाने के लिए अपना पूर्ण सहयोग देने की बात कही।पीरामल फाउंडेशन द्वारा कोरोना काल में बालिका शिक्षण अभियान के तहत स्वयं सेवी रूपा विश्वकर्मा जो कि कक्षा 10 की विद्यार्थी है वो भी इस चर्चा में जुड़ी हुई थी।रूपा एक सक्षम बिटिया की जीवंत उधारण हैं। अपने द्वारा किये गए शिक्षण कार्य को जब उन्होंने सबके सामने रखा तो वहाँ मौजूद सभी गर्व से फुले नही समा रहे थे। ए. आर.पी अखिलेश जी के शब्दों में आज हम सबने एक रूपा को सुना, सक्षम बिटिया अभियान अभियान के सफल होने के बाद हमारे बीच ऐसी अनगिनत रूपा होंगी जो एक शशक्त समाज का सृजन कर रही होंगी।चर्चा का अंत आगे की रणनीतियों को साँझा करते हुए किया गया जिसके तहत एकल विद्यालयों के हेड मास्टर के साथ एक चर्चा बुलाई जायेगी। जिसमे उन्हें मुहल्ला क्लासेस और स्वयं सेवियों के साथ अन्य तरीकों से सहायता पहुँचाने के लिए रणनीति बनाई जाएगी।आशा है कि आने वाले दिनों में सक्षम बिटिया अभियान को समुदाय से भी पूर्ण सहयोग मिलेगा।
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