उपेन्द्र पंवार
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
देहरादून/मसूरी।बीते सोमवार रात्रि को मसूरी में खादी का खाकी से टकराव देखने को मिला,जिसमे खादी कैसे खाकी पर रौब गालिब करती नजर आईं।
हुआ कुछ यू कि रुड़की से भाजपा के विधायक प्रदीप बत्रा अपने परिवार सहित मसूरी में घूमने पहुंचे, जहा उनका सामना मसूरी पुलिस से हुआ वो भी कोरोना नियम के उलंघन को लेकर।
दरअसल विधायक महोदय बिना मास्क के मसूरी के माल रोड पर घूम रहे थे ,तभी वहा मस्तैद पुलिस ने अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए उन्हें टोका और बिना मास्क के घूमने पर चालान की कार्यवाही करने लगी। चालान कटते देख विधायक जी उखड़ पड़े और लगे खाकी से उलझने।बस फिर क्या इस गहमा गहमी में उनका साथ उनका पुत्र भी देने लगा।वह भी तैनात दरोगा जी से तू तू मैं मैं करने लगा।
सी पी यू के दरोगा विधायक जी को समझाते रहे मगर सत्ता के नशे का रंग ही उन पर कुछ इस क़दर था कि विधायक महोदय यह भूल गए कि कानून बनाने वाले ही जब कानून तोड़ेंगे तो फिर क्या होगा? विधायक अगर इतने पर भी रह गए होते तो बात अलग होती मगर जब चालान कट गया तो विधायक महोदय ने जेब से नोट निकालकर चालानबुक पर फैंककर दिया,जिस पर सीपीयू दरोगा ने उनके इस व्यवहार पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि आप ऐसे व्यवहार करेंगे क्या?
खैर इस बीच उनकी पत्नी ने स्थिति संभाली और फिर विधायक जी गाड़ी में बैठ वहा से रवाना हो लिए।
मगर दिन रात मेहनत के अपनी ड्यूटी को अंजाम देने वाले और कानून का पालन कराने वाली खाकी से खादी का ये व्यवहार कर्तव्यनिष्ठा से कार्य कर रहे पुलिस का मनोबल तोड़ने जैसा है।
देर रात्रि भाजपा के विधायक प्रदीप बत्रा बिना मस्क के परिवार के साथ तफरी करते हुवे माल रोड पर घूमते हुवे पुलिस से उनका 500 रुपये का चलान कटा दिया। इस पर भाजपा विधायक सत्ता की हनक दिखाते हुवे पुलस पर विफर गए जिन्हें पुलिस द्वारा कहा गया की यहाँ इस समय कर्फ्यू लागु है और कोई भी समूह बना कर नहीं चल सकता इस पर जब चालान किया तो विधाकक जी ने पुलिस दरोगा की तरफ नोट फेकते हुवे कहा की वे चलान नहीं लेंगे और कहा की दरोगा बो बहुत भारी पड़ेगा वही विधायक के पुत्र भी पुलस से उलझते रहे।
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