सूर्य प्रकाश त्रिपाठी
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
खरौंधी। ग्राम पंचायत में निर्माणाधीन मिटीहिनिया मुख्य मार्ग से पंचायत भवन - सिनहोरवा डामर संपर्क मार्ग के निर्माण में जे ई की लापरवाही सामने आई है। मामला यह है कि पंचायत भवन के पास दशकों पुराना जलाशय है जिस पर लाखों रुपए खर्च कर बांध बना हुआ है जिससे बारिश के मौसम में किसान सिंचाई करते हैं। लगभग 10 वर्ष पहले कच्ची सड़क का निर्माण ग्राम प्रधान द्वारा कराया गया था परंतु पी डब्लू डी के जे ई के द्वारा निर्माणाधीन पक्के मार्ग को बांध के पास पहले से निर्धारित कच्ची सड़क से न ले जाकर बांध के ठीक ऊपर से ले जाया जा रहा है और सड़क निर्माण के लिए बांध की ऊंचाई कम करके ऊपरी हिस्से को समतल कर दिया जिससे बांध में पानी रोकने की क्षमता कम हो गई।
और तो और इंजीनियर साहब को बांध में साइड वॉल देने की भी जरूरत नही समझ आई। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने साइड वॉल के लिए बार बार कहा लेकिन इंजीनियर साहब ने एक न सुनी। आज हालत यह है कि पहली बारिश की बौछार में ही बांध के किनारे टूट टूट कर ढहने शुरू हो गए हैं और बांध पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। बांध की ऊंचाई लगभग 20 फीट है और बरसात में लाखों लीटर पानी संचित होता है।
बांध टूटने की दशा में नीचे स्थित घर और कई बीघे जमीन बीहड़ में तब्दील हो सकते हैं परंतु यह बात इंजीनियर साहब को समझ नही आ रही। लोगों का कहना है की यदि साइड वॉल नही बनाया गया तो बांध टूट सकता है जिससे दशकों पुराना सिंचाई का साधन नष्ट हो जाएगा साथ ही उनके कृषि भूमि भी गड्ढों में तब्दील हो जायेंगे सूत्रों के अनुसार बांध के निर्माण में व्यय लगभग 30 लाख रुपए भी पानी के साथ बह जायेंगे।
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