हरिद्वार।हरिद्वार में कुंभ मेले के दौरान कोरोना जांच (corona test) के नाम पर हुई धांधली का जल्द ही खुलासा होगा। शासन के निर्देश के बाद जिलाधिकारी सी रविशंकर ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की है।
जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि मामला बेहद गंभीर है। विस्तृत जांच के लिए सीडीओ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डीएम ने कहा कि यह गड़बड़ी जानबूझ कर की गई या फिर किसी तकनीकी व मानवीय भूल का परिणाम है, इसका भी पता लगाया जा रहा है। डीएम ने बताया कि अब तक किसी लैब को भुगतान नहीं हुआ है, जांच होने तक भुगतान नहीं करने के निर्देश दिए हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मामला बेहद गंभीर होने के चलतेे बीते दिवस शासन ने जिलाधिकारी को मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए थे। मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में गठित समिति में मुख्य कोषाधिकारी और जिला विकास अधिकारी शामिल हैं। समिति 15 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट सौपेगी।
ऐसे पकड़ में आया मामला
फरीदकोट पंजाब निवासी एक व्यक्ति के मोबाइल पर कोरोना जांच का संदेश पहुंचा था, जबकि उसकी कभी कोरोना जांच हुई ही नहीं थी। संबंधित व्यक्ति ने कोरोना जांच में इस फर्जीवाड़े की शिकायत आइसीएमआर से की थी।
राज्य के स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने मामले की प्रारंभिक जांच कराई। कोविड-19 मामलों के चीफ कंट्रोलिंग आफिसर डा. अभिषेक त्रिपाठी के स्तर से की गई इस जांच में प्रथमदृष्टया शिकायत सही पाई गई। यही नहीं, उन्होंने 1 लाख से अधिक कोरोना जांच में गड़बड़ी की आशंका जाहिर की है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें