विजय शुक्ल लोकल न्यूज ऑफ इंडिया दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में ठगी का खेल खेल रहे हजारो करोड़ का साम्राज्य स्थापित कर चुके नंदा का खेल आखिर मोदी जी और उनकी अलग अलग जांच एजेंसियों के नजर में नहीं आया ? आखिर क्यों घर मकान और दुकान का पता होने के बावजूद पुलिस उसको पकड़ नहीं पाई। क्योकि मामला बेहद संगीन हैं और मोदी जी और उनकी सरकारों द्वारा सेल कंपनियों के नाम पर चलाये जा रहे कागजी अभियान को ठेंगा दिखाता यह नंदा CIN नंबर गुजरात का प्रयोग करता हैं और किरायेनामे से लेकर फ्रेन्चाइसी एग्रीमेंट तक सब में कलरएसेंस कम्पनी का नाम प्रयोग में लाता हैं। और उड़ा लेता हैं करोड़ रूपये और किराए का भी पैसा। सबसे बड़ी नुकसान उस साख की जिसको एक व्यापारी ने लगभग दो दशकों में छोटी ही सही पर विश्वास की दुकान सजा कर बनाई थी। दरअसल पूरा मामला इस कंपनी द्वारा फ्रेन्चाइसी देने के नामा पर एक करोड़ का निवेश और फिर किराए पर दुकान उठाकर किराया और फ्रेन्चाइसी की कमाई का तीन प्रतिशत पारितोषिक सरीखी हिस्सेदारी देने का वायदा कर दो महीने में रफूचक्कर होना और अब पैसे वापसी करने में आनाकानी करने का हैं। यह पूरा मामला लक