दवाओं की होम डिलीवरी में कैनविन को मिल रही सराहना
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया
- 15 फीसदी डिस्काउंट के साथ घरों पर भेज रहे हैं दवाएं
- बुजुर्गों, दिव्यांगों समेत अन्य लोगों को मिल रहा लाभ
- छूट के साथ आने-जाने की परेशानी से भी छुटकारा
गुरुग्राम। कहते हैं समाजसेवा का कोई रूप नहीं होता। आप जैसे चाहो, जहां चाहो कर सकते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है गुरुग्राम में काम कर रही कैनविन संस्था। स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाली इस संस्था ने कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन के बीच जो दवाइयों की होम डिलीवरी की शुरुआत की, वह वाकई में काबिले तारीफ है।
वैसे तो संस्था द्वारा लॉकडाउन के बीच लोगों को खाना, राशन आदि भी आवंटित किया जा रहा है, वहीं मुख्य रूप से दवाओं की होम डिलीवरी में संस्था ने गुरू द्रोण नगरी वासियों का दिल जीत लिया है। यहां चाहे आम हो या खास, संस्था की ओर से दी जा रही इस सर्विस का लोग लाभ उठा रहे हैं। बिना किसी स्वार्थ के लोगों को 15 फीसदी छूट के साथ दवाइयों की होम डिलीवरी कराकर संस्था ने भी दिखा दिया है कि सेवा ऐसे भी होती है।
इस तरह से लोगों ने किया संस्था का धन्यवाद
संस्था के वाट्सअप गु्रप पर लोग अच्छी सेवाएं मिलने की एवज में संस्था का धन्यवाद भी कर रहे हैं। अरुणा भारतीय ने कहा है कि एप्रिशिएट यूअर एफट्र्स। ग्रेट जॉब डन बाय द टीम। थैंक यू वैरी मच। न्यू पालम विहार में दवाओं की होम डिलीवरी होने पर धन्यवाद किया गया। संदीप गुप्ता ने लिखा है कि नवीन गोयल को मेरा थैंक्स बोलना, ही इज डूइंग फैंटेस्टिक जॉब। सेक्टर-69 ट्यूलिप लैमन सोसायटी से शिखा सक्सेना ने संदेश भेजकर कहा है कि आई रिसीव्ड माय मेडिसिन एंड रियली एप्रिशिएट यूअर सर्विस। थैंक्स ए लॉट कैनविन। एक संदेश आया है कि आई प्रे टू गॉड टू ब्लैस द एंटायर टीम ऑफ कैनविन एंड देयर फैमिलीज फॉर गुड हेल्थ। कीप इट अप कैनविन। नेशन इज विद यू, गॉड इज विद यू। और भी बहुत सारे लोगों ने अच्छी सेवाएं मिलने पर संस्था के काम को सराहा है।
दवा, खून के अभाव में न जाए किसी की जान: डीपी गोयल
कैनविन के संस्थापक डीपी गोयल का कहना है कि दवा, खून के अभाव में किसी की जान नहीं जानी चाहिए। उनका भी यही प्रयास है। इसलिए संस्था इन दोनों विषयों पर बहुत ही बारीकी से काम करती है। दवाइयों की बात करें तो बड़े-बड़े अस्पतालों में भी संस्था द्वारा लोगों को भारी-भरकम बिलों में छूट दिलवाई जाती है, वहीं खून दान में भी संस्था का काफी बड़ा सहयोग रहता है। कहीं पर खून जमा करने की बजाय संस्था का प्रयास रहता है कि लोगों को सीधे खून देकर उनकी जान बचाई जाए। किसी भी अस्पताल या मरीज की तरफ से खून की डिमांड आती है तो संस्था से जुड़े वॉलंटियर्स बिना देरी के उस डिमांड को पूरा करते हैं। युवाओं की बड़ी टीम के साथ संस्था आज कोरोना संकट के बीच दवाओं की होम डिलीवरी का जो काम कर रही है, वह जनता ने काफी पसंद किया है और इसका फायदा उठाया है।
हमें खुशी है कि लोगों के काम आ रहे हैं: नवीन गोयल
संस्था के सह-संस्थापक नवीन गोयल कहते हैं कि अगर समाजसेवा के क्षेत्र में उतरे हैं तो फिर अपना ना तो नफा देखना चाहिए और नुकसान। समाजसेवा इन दोनों से परे की बात है। हमें दिल से समाजसेवा करनी है, बस इसी सोच के साथ चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि आज वे लोगों के काम आ रहे हैं। उनकी सेवा कर पा रहे हैं। उन्हें किसी चीज की कमी नहीं होने देने का प्रयास करते हैं। फिर चाहे वह खून हो, दवा हो या फिर खाना। हर किसी की जरूरतें पूरी करने का प्रयास संस्था का हर सदस्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि मरीजों की सेवा के जिस उद्देश्य के साथ संस्था का गठन किया गया था, उस उद्देश्य को भली-भांति पूरा कर रहे हैं।
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