पेपर लीक जैसी घटनाओं से युवाओ का सरकार से उठ जाएगा विश्वास - बाली
गौरव सूद
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
धर्मशाला। पेपर लीक मामले पर पूर्व मंत्री जीएस बाली ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि सर्विस इलेक्शन बोर्ड अगर पेपर करवा रहा है तब भी अगर पेपर लीक हो रहा है, तो बड़ी ही शर्म की बात है। सरकार को मामले की जांच करनी चाहिए कि कैसे पेपर लीक हुआ और कैसे ये स्क्रीन शॉट बाहर आया। बाली ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आज बेरोजगारों की संख्या बढ़ती जा रही है और जो लोग मेहनत करके पेपर देने जाते है उन लोगो का विश्वास सरकार के ऊपर से उठ जाएगा। सरकार को मामले की गंभीरता को देखते हुए पेपर रद्द करने के आदेश जल्दी देने चाहिए, क्योंकि यह युवाओ के भविष्य के साथ खिलवाड़ है । उन्होंने कहा कि अगर चयन बोर्ड के अधिकारियों की गलती है तो उन पर कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर यह पेपर लीक हुआ है यो बाकी पेपर भी लीक हुए होंगे। पुलिस भर्ती फर्जीवाड़े का मामला भी कांगड़ा में सामने आया था , लेकिन कोई एक्शन नही हुआ ।
आपको बता दे कि पूरा मामला हिमाचल प्रदेश में अनुबंधित कंडक्टर भर्ती को लेकर प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर लीक होने का हैं । जिसके बाद एचआरटीसी में अनुबंधित कंडक्टर भर्ती विवादों के घेरे में आ गई है। जानकारी मिली है कि एक प्रश्न पत्र शिमला की एक निजी यूनिवर्सिटी के एक छात्र द्वारा किया गया है जिसको हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग के देशों के बाद कस्टडी में ले लिया गया है। गौरतलब है कि रविवार को प्रदेशभर के 304 सेंटरों में 568 कंडक्टर भर्ती के पदों को लेकर लगभग 60000 आवेदकों ने आवेदन किया था। चूंकि इस परीक्षा को लेने का समय 10:00 से 12:00 था जबकि आवेदकों को 9:00 बजे सेंटर में रिपोर्ट करने का समय दिया गया था, लेकिन 10:22 पर यह प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसके बाद इस परीक्षा को लेकर तरह-तरह के सवाल विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक प्रदेश में 2 सेंटरों से प्रश्न पत्रों के लीक होने का की जानकारी मिली है जिनमें से एक शिमला में एक निजी यूनिवर्सिटी के एक छात्र द्वारा व एक सोलन के एक सेंटर से बताई जा रही है। इस घटना के सामने आने के बाद कमीशन ने एफआईआर करवाने के की बात कही है। बताया गया कि 10:22 पर यह प्रश्न पत्र एक निजी कंपनी के मोबाइल द्वारा के माध्यम से खींचा गया जबकि 10:36 पर प्रश्न पत्र को सोशल मीडिया के माध्यम से बाहर भेजा गया। यहां पर सवाल यह उठता है की परीक्षा के दौरान मोबाइल सेंटर के अंदर कैसे गया और क्या फोटो खींचने के बाद वापस प्रश्न पत्र के उत्तर वापस मंगवा गये हैं। विपक्ष ने इस मामले के सामने आने के बाद सरकार को घेरा है वह इस परीक्षा को रद्द करने की मांग की है। इस बाबत परिवहन मंत्री विक्रम ठाकुर ने कहा कि पेपर का प्रश्न पत्र लीक होना चिंता का विषय है । उन्होंने कहा कि हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग इस मामले पर आगे की स्थिति स्पष्ट करेगा।
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