विजय शुक्ल लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया सोनभद्र , दिल्ली। एक भाजपा के पदाधिकारी जीत सिंह खरवार ने सीधा आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से उचित कार्रवाई की मांग की हैं वो भी सोनभद्र के सबसे कर्मठ कर्मचारी और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आदरणीय गोरखनाथ पटेल जी के विश्वासपात्र और योग्य अधिकारी सहाय साहब के ऊपर। वैसे सहाय साहब को घूसखोरी और कई काण्ड में लगातार संलिप्तता का कर्मठी माना जाता हैं और अब उन्ही के चक्कर में बीएसए और उन्ही के विभागीय किसी बाबू का नाम भी चिट्ठी पटरी में उजागर हो रहा हैं। पर ना जाने बीएसए साहब को फंसना मंजूर हैं पर सोनभद्र के शिक्षा का खनन करते करते सहाय साहब को महारथ हासिल करने की छूट से रोकना नागवार हैं। बहरहाल आदिवासी पदाधिकारी का इस तरह से शिक्षा अधिकारियों के भ्रष्ट आचरण पर सवाल उठाते हुए जिलाधिकारी को पत्र लिखना अपने आपमें चिंता जनक बात हैं पर शायद उससे चिंताजनक बात आदिवासी बच्चो को पीएम और सीएम के सपनो के माफिक शिक्षित करने की बजाय बारह हजार के घूस के साथ गैरहाजिरी को अनुमति देने वाले इन अधिकारियों का रवैया हैं। पर इन अधिकारियों पर कोई ख़ास फर्क पड़ने से रहा क्य