दो दिवसीय ग्राम स्वराज शिविर का हुआ समापन
संतोष दयाल
लोकल न्यूज़ आफ इंडिया
म्योरपुर। बनवासी सेवा आश्रम के विचित्र सभा कक्ष में प्रेम भाई और विनोबा भावे की 125वीं जयंती वर्ष पर चल रहे दो दिवसीय ग्राम स्वराज शिविर का शनिवार को पंचायतो को सशक्त बनाने और ग्राम स्वराज्य को लेकर आगे बढ़ने के संकल्प के साथ समापन हुआ।सर्वप्रथम आश्रम के कार्यकर्ताओं व आस पास के गावों से आये लोगो द्वारा प्रेम भाई के समाधि स्थल पर सर्वधर्म समभाव का प्रार्थना करने के बाद सभी लोगो द्वारा पुष्पांजलि किया गया,तत्पश्चात विचित्र सभा कक्ष में गोष्ठी आयोजित हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सोनभद्र के वरिष्ठ साहित्यकार अजय शेखर जी ने समापन के अवसर पर कहा कि सांस्कृतिक प्रदुषण समाज के लिए खतरा बनता जा रहा है।यह सब बाजार वाद का देंन है इससे खुद को और लोगो को भी बचाना होगा और कम से कम खर्चे में जीवन जीने की आदत डालनी होगी। गोष्ठी में वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से तीसरी सरकार के संयोजक चंद्रशेखर प्राण ने कहा कि ग्राम पंचायत को लेकर कैसे आगे बढ़ सकते ग्राम स्वराज्य लाने में व्यक्ति और समाज की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
ग्राम पंचायत को समिति बनाने का अधिकार होता है और ग्राम स्वराज्य के रास्ते में आने वाली अड़चनों को ग्राम पंचायत रोक सकता है।उन्होंने कहा कि ग्राम स्वराज्य का आधार अहिंसा होना चाहिए और इसके 12 बुनियादी सिध्दान्त है। बेहतर जीवन जीने के लिए श्रम की महत्ता,भौतिक आवस्यक्ताओ की पूर्ति,समानता का अवसर कैसे लाये इन बातों पर चर्चा की।वही ब्राण्ड को लेकर सत्येंद्र सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि रोजगार के अवसर गत्व में ही पैदा करना होगा जिससे की लोगो को गत्व में ही रोजगार मिल सके।इसके बाद अन्य वक्ताओं ने वनाधिकार और वन संरक्षण पर अपनी अपनी राय रखी।इसके बाद शुभा प्रेम ने सभी का आभार व्यक्त किया और शिविर के समापन की घोषणा की कार्यक्रम का संचालन शिवशरण सिंह ने किया।शिविर में मुख्यरूप से अजय शेखर,डॉ विभा,विमल सिंह,देवनाथ सिंह,केवला दुबे,रामचंद्र दुबे,उमेश चौबे,यमुना प्रसाद,अजय झा, व विभिन्न गाँवो के सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
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