प्रिया शर्मा
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
सोनभद्र , दिल्ली। आजकल युवा और ढेरो लोग क्रिप्टो करेंसी यानी बिट कॉइन में मुनाफ़ा कमाने में लगे हैं। और देश दुनिया की सरकार आज तक इस पर लीगल और इलीगल पहलू समझने में लगी हैं। वही भारत में एमएलएम के बाद उसके धोखेबाज खिलाड़ी बिट कॉइन की दुनिया में खल रहे हैं लोगो के विश्वास से। ऐसा ही ताजा मामला आया हैं टेलीग्राम के माध्यम से एक ग्रुप प्रो स्टार्टर के द्वारा ओबरा के एक साथी पत्रकार और व्यवसायी से उसकी ही बिट कॉइन करेंसी बीएनबी को चुराने का वो भी प्री लांच के बहाने ट्रस्ट वैलेट से उनके अपने क्रिप्टो करेंसी को उड़ा लेने की।
इस पीड़ित ने साइबर क्राइम में इसकी रिपोर्ट तो दर्ज करा दी हैं पर इस पर कोई कार्रवाई होगी इसका अंदाजा आप सिर्फ इसी बात से लगा सकते हैं कि खुद पुलिस महकमे को अभी इस खेल का कोई ख़ास ज्ञान नहीं हैं। ऊपर से डिजिटल और मोबाइल प्लेटफार्म के जरिये इस तरह की धोखाधड़ी अपने आप में खतरनाक हैं। तो सवाल साफ़ हैं कि डिजिटल लेन देन को बढ़ावा देती यह सरकार ब्लॉक चैन जैसी सुरक्षित व्यवस्था में बिट कॉइन चुराने के इस खेल को कैसे रोक पाएगी।
वैसे भी ऐसी करेंसी का प्रचलन भारत में अभी सिर्फ धोखा धड़ी के लिए ही प्रयोग में लाया हैं वो भी इस महामारी के समय जब लोग घर बैठे अपने कॉइन का पैसा बढ़ता हुआ देखते हैं तो लालच में आकर इस तरह के गिरोह में फंस ही जाते हैं। अब सवाल बड़ा हैं कि टेलीग्राम के जरिये खेला गया यह खेल कैसे पुलिस सुलझा पाएगी।
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