"वर्चस्व हुआ कायम...बढ गया रुतबा"
"परचम के बुलन्दियों"के बीच
रच गया"स्वर्णिम अध्याय"
"सिर गर्व से हुआ ऊंचा"
'नई ऊंचाइयों' एवं "पर्व जैसे माहौल"के बीच"भव्य व्यवस्था का गवाह"बना म्योरपुर!
"हवाओं का रुख हुआ तय"बदल गया शिक्षकों का मिजाज.
"उत्तर प्रदेशिय प्राथमिक शिक्षक संघ (योगेश पान्डेय)"के दबदबे और गौरवशाली इतिहास की कहानी हुई दर्ज.
स्वर्णिम सम्भावनाओं के शिखर के बीच शिक्षक समाज के "सूरज"बने..."पवन शुक्लेश"
"साधना द्विवेदी"
लोकल न्यूज़ आफ इण्डिया
म्योरपुर, सोनभद्र.
"शोहरत की बुलन्दियो"तथा शिक्षक भविष्य की खूबसूरत बुनियाद के बीच,चुनौतियों को सफलता से पार करके नित नई इबादत लिखने को आमदा'उत्तर प्रदेशिय प्राथमिक शिक्षक संघ (योगेश पाण्डेय)' द्वारा मेले सदृश माहौल, शिक्षकों के भारी हुजूम एवं गजब उत्साह के बीच जिला कार्यकारिणी एवं पर्यवेक्षकों( जिला सरक्षक- जयप्रकाश राय, जिलाध्यक्ष- योगेश पान्डेय, जिला महामन्त्री- रविन्द्र नाथ चौधरी, जिला सगठन मन्त्री- नवीन गुप्ता,जिला उपाध्यक्ष- राजेश कुमार जायसवाल,जिला मिडिया प्रभारी- राजेश द्विवेदी) के अतिरिक्त अमित सेठ, रामप्रसाद,पकज वैश,हीरामणि विश्वकर्मा की गरिमामयी उपस्थित में लाकडाउन तथा 'शिक्षक संघ' के सवैधानिक नियमों का पूर्णतया पालन करते हुए'ब्लाक म्योरपुर संगठन'का चुनाव सकुशल सम्पन्न कराते हुए बहुमत एवं काबिलियत के हिसाब से 'ब्लाक कार्यकारिणी' का गठन किया गया.
"काम करने की चाहत,प्रतिभाओं को तराशने की प्रक्रिया एवं कार्यकारिणी के सभी प्रतिभाशाली सदस्यों को कर्तव्य पालन की मिली खुली छूट के बीच प्राथमिक शिक्षक संघ" म्योरपुर"के सरक्षक- सर्वेश गुप्ता,महामन्त्री- बब्बन प्रसाद गुप्ता,अध्यक्ष-पवन शुक्लेश"वरिष्ठ उपाध्यक्ष- अनिल कुमार द्विवेदी,महिला उपाध्यक्ष- सुमन यादव और कोषाध्यक्ष पद पर विनोद कुमार का लोकतांत्रिक रुप से गुप्त मतदान प्रक्रिया द्वारा किया गया चुनाव सिर्फ म्योरपुर ब्लाक ही नहीं वरन संपूर्ण जनपद सोनभद्र के लिए "स्वर्णिम सौगात"साबित हो सकती है।
"शिक्षक आकांक्षाओं" का उस समय रौनक बिखरने लगा जब प्रचंड ताकत एवं मिडिया के 'कलम के धार' के बीच स॑गठन के बढ़ते दबदबे से आह्लादित जिला अध्यक्ष/प्रदेश संगठन मंत्री "योगेश पांडेय" ने पुरानी पेंशन बहाली,प्रभारी प्रधानाध्यापकों को कर्तव्य निर्वहन तक प्रधानाध्यापक का वेतन देने,कैशलेस इलाज की सुविधा,राज्यकर्मी का दर्जा,शिक्षा मित्रों एवं अनुदेशकों को सम्मानजनक पद/मानदेय की शासन से जोरदार तरीके से मांग करते हुए शिक्षकों के 'परचम की बुलंदी' के साथ उनके स्वर्णिम अध्याय लिखे जाने तक संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया.
शिक्षकों के 'उज्जवल भविष्य की गारंटी' की ताकत से रूबरू एवं जबरदस्त "जोश की लहर" के बीच अपनी सुर्खियों पर मिडिया के सवालों के जबाब में "विजयी मुस्कान" लिए ब्लॉक अध्यक्ष "पवन शुक्लेश"ने शिक्षक सम्मान की सुरक्षा,दबाव में न झुकने के साथ-साथ समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने का आश्वासन दिया.
"कार्यक्रम के भब्य आगाज"से वशीभूत "शोहरत की विजयगाथा" लिखने को बेताब "मिडिया के लगे मजमे" से शिक्षकों के लिए निकली यह रचना दिल को छू गई कि...
"सामर्थ्य" नहीं मेरी आगे,
घटना कैसे जीवन्त करु
शब्दों की अपनी सीमा है
कैसे आदि व अन्त करु.
लेकिन कर्तव्य निभाता हूँ
ए चिन्तन "जिन्दाबाद" रहे,
हम सबके उपर सभी"गुरुओं"का
स्नेहिल आशिर्वाद रहे॥
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