श्रवण कुमार लोकल न्यूज आँफ इंडिया सेवकामोड,जरहां सोनभद्र ।सहस्रार्जुन जयंती आज यानी11 नवम्बर को है। यह जयंती क्षत्रिय धर्म की रक्षा और क्षत्रियों के उत्थान के लिए मनाई जाती है। कार्तिक शुक्ल के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को सहस्रबाहु जयंती मनाई जाती है। इस बार सहस्त्रबाहु जयंती 11 नवंबर को है। भागवत पुराण में भगवान विष्णु व लक्ष्मी द्वारा सहस्रबाहु महाराज की उत्पत्ति की जन्मकथा का वर्णन है साथ ही सहस्त्रबाहु के बल और शौर्य की गाथाएं भी लिखी गई हैं। जायसवाल युवा शक्ति संगठन के तत्वावधान में सेवकामोड तिराहे पर आज पहली बार सहस्रबाहु भगवान का जन्मोत्सव जयन्ती मनाया गया। सहस्रबाहु भगवान के चित्र पर पुष्प और अगरबत्ती से सहस्रबाहु भगवान को पूजा अर्चना किया गया। फिर जायसवाल समाज के महापुरुष स्व डाँ काशी प्रसाद जायसवाल के बारे में बताया गया। आपको बता दे कि सहस्त्रबाहु ने भगवान की कठोर तपस्या करके 10 वरदान प्राप्त किए थे। इसके बाद उन्होंने चक्रवर्ती सम्राट की उपाधि धारण कर ली। सहस्त्रबाहु को भगवान विष्णु का 24वां अवतार माना गया है। चंद्रवंशी क्षत्रियों में हैहय वंश सर्वश्रेष्ठ उच्च कुल