बाल गंगाधर तिलक व आजाद दोनों ही भारतीय स्वाधीनता संग्राम के दैदीप्यमान नक्षत्र
- राष्ट्रीय जनजागरण परिषद ने रतनपुरा बाजार में मनाया तिलक व आजाद की जयंती
डॉ अमित सिंह
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया
रतनपुरा,मऊ । बाल गंगाधर तिलक, चंद्रशेखर आजाद दोनों ही महापुरुष भारतीय स्वाधीनता संग्राम के दैदीप्यमान नक्षत्र हैं जो युगों युगों तक भारत के युवाओं का प्रेरणा स्रोत बनकर मार्गदर्शन करते रहेंगे । यह कहना है राष्ट्रीय जन जागरण परिषद के अध्यक्ष अरुण भारतवंशी का जो गुरुवार को स्थानीय परिषद के कार्यालय पर बाल गंगाधर तिलक की 164 वी जयंती एवं चंद्रशेखर आजाद की 114 में जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में युवाओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए ।
उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि जिन महापुरुषों ने अपना सर्वस्व समर्पण कर मां भारती को दास्तां की बेड़ियों से मुक्त कराया तथा स्वाधीनता का जो दीप अपने लहू से प्रज्वलित किया उसकी ज्योति दिन-ब-दिन निखरती रहे और मां भारती संपूर्ण विश्व में मार्गदर्शक की भूमिका में बनी रहे ।
उन्होंने बाल गंगाधर तिलक एवं चंद्रशेखर आजाद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए कहा कि बाल गंगाधर तिलक का नारा "स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है" एक ऐसा मूल मंत्र था जिसने देश के नौजवानों को स्वतंत्रता की बलिवेदी पर अपना सर्वस्व बलिदान करने की प्रेरणा दिया ।
वहीं चंद्रशेखर आजाद जो बाल्यकाल से ही स्वतंत्रता आंदोलन में प्रतिभाग किए तथा अपने जिंदगी की आखिरी क्षणों तक उन्होंने मां भारती के लिए भारत माता की जय, वंदे मातरम का उद्घोष करते हुए प्रयागराज के अल्फ्रेड पार्क में अपने प्राणों की आहुति दी । यह दोनों महापुरुष हमारे लिए श्रद्धा के केंद्र एवं वंदनीय हैं और आज इनकी जयंती पर हम यह प्रण लेते हैं कि उनके बताए रास्ते पर चलकर हम आजीवन मां भारती की सेवा में तत्पर रहेंगे । इस अवसर पर राष्ट्रीय जन जागरण परिषद के संस्थापक वरिष्ठ पत्रकार सुरेश कुमार श्रीवास्तव ने बाल गंगाधर तिलक, चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की और कार्यक्रम का शुभारंभ किया कार्यक्रम में प्रबंधक परशुराम भारद्वाज, डॉ अमित कुमार सिंह, शिक्षक नेता अनिल कुमार वर्मा, शैलेंद्र कुमार यादव, अखिलेश चौहान,रामजन्म चौहान समेत बड़ी संख्या में राष्ट्रीय जन जागरण परिषद के कार्यकर्ता एवं समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे । कार्यक्रम स्थल बाल गंगाधर तिलक अमर रहे चंद्रशेखर आजाद अमर रहे भारत माता की जय एवं वंदे मातरम के नारों से गुंजायमान रहा । सैकड़ों लोगों ने मां भारती के दोनों सपूतों को नम आंखों से अपनी पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनका नमन वंदन किया ।
राष्ट्रीय जनजागरण परिषद ने भीमपुरा चौराहा का नाम शहीद चौक करने का किया प्रस्ताव
रतनपुरा मऊ । बाल गंगाधर तिलक चंद्रशेखर आजाद कि जयंती पर राष्ट्रीय जन जागरण परिषद ने एक प्रस्ताव पारित कर के निर्णय लिया कि स्थानीय बाजार की पश्चिमी छोर पर स्थित भीमपुरा चौराहा को आज से शहीद चौक के नाम से जाना जाएगा तथा सभी लोग इसे शहीद चौक कहके ही पुकारेंगे । इस प्रस्ताव की प्रति संबंधित शासन प्रशासन को भी प्रेषित की गई ।रतनपुरा कभी उस बलिया जनपद का हिस्सा था जो 1942 में ही आजाद हो चुका था । उस बागी बलिया का हिस्सा रहा रतनपुरा जहां के सेनानियों ने स्वाधीनता संघर्ष में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था ।
उन सेनानियों की याद में भीमपुरा चौक को आज से शहीद चौक के नाम से जाना जाएगा । यह क्षेत्र के बीस स्वाधीनता संग्राम सेनानियों के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी तथा आने वाली पीढ़ियां भी शहीद चौक का नाम आते ही अपने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की याद ताजा कर उन्हें स्मरण करती रहेंगी व उनका नमन वंदन करती रहेंगी ।
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