धार्मिक उत्सवों पर पाबन्दियां तो राजनीतिक जलसो पर रोक क्यों नहीं ?
प.विनय शर्मा / गणेश वैद
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
हरिद्वार । जगत गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी के शिष्य अविमुक्तेश्वरानंद जी आज गंगा पार मीडिया सेंटर के पास स्थित शंकराचार्य जी एकके शिविर में पहुंचे । जहा उनके साथ उनके कई शिष्य व भक्तजन भी पहुंचे ।
अविमुक्तेश्वरानंद जी ने शिविर में पहुंचे पत्रकारों से वार्ता करते हुए वर्तमान में चल रहे कुंभ मेले पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि कुंभ मेला प्रशासन के द्वारा केंद्र व राज्य सरकार कुंभ पर्व को तहस नहस करने का प्रयास कर रही है ।
उन्होंने कुंभ पर्व को लूट का पर्व बताते हुए कहा कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना की आड़ में रोकने का पाप किया जा रहा है उन्होंने सख्त लहजो में कहा कि आप लोगो को हरिद्वार आने से तन से रोक सकते है मन से नहीं ,वर्तमान में जिस प्रकार से कुंभ आयोजित हो रहा है उसमे सिर्फ तीर्थ श्रृद्धालुओ को हरिद्वार में आने से रोकने का काम किया जा रहा है और ऐसा करके ये बहुत बड़ा पाप कर रहे है । उन्होंने कोरोना को लेकर जारी एस.ओ.पी की बाध्यता पर तंज कसते हुए कहा कि कोरोना केवल धार्मिक स्थलों को संक्रमित करता है राजनीतिक गतिविधियों में यह गायब क्यों हो जाता है ,इसी तरह गंगा में डुबकी लगाने से होगा किन्तु शराब पीने वाले को नहीं छू सकता ।
कुंभ में आने वाले श्रद्धालओं की टेस्टिंग व 72घंटे पूर्व की कोरोना रिपोर्ट की अनिवार्यता पर उन्होंने केंद्र सरकार पर तंज कसा और कहा कि यदि कोरोना है तो फिर हरिद्वार ही क्यों नजर आता है बंगाल क्यों नहीं ,क्या वहा आप लोगो को बचा रहे है और यदि आप बचा रहे है तो फिर हरिद्वार में भी बचा ही लेंगे तो फिर इतने बड़े धार्मिक उत्सव पर प्रतिबंध लगाकर ये पाप क्यों कर रहे हो ।
धर्म ध्वजा के बाद आज पहली बार कैंप पहुंचे। ने कहा कि कुंभ की शुरुआत मकर संक्रांति के पर्व से नजर आ जाती थीं किन्तु वह सभी पर्व व उत्सव फीके पड़ गए कहीं नजर नहीं आता कि कुंभ नाम का कोई उत्सव भी हो रहा है कि नहीं । परन्तु इस शिविर के लगने के बाद आज पहली बार लगा की कुछ हो रहा है।
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