वेतन कटौती व एनएचएम में समायोजित करने की मांग
गणेश कुमार वैद
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
हरिद्वार।जिला हरिद्वार में जेड सिक्योरिटी प्रा.लि के माध्यम से आउटसोर्स किए गए सैकड़ों स्वास्थ्य कर्मचारियो ने वेतन कटौती के विरोध में तथा एनएचएम में समायोजित करने की अपनी मांगो को लेकर गन्ना मंत्री यतीश्वरानंद को ज्ञापन सौंपा।
उक्त आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने अपनी मांगो को लेकर मंत्री यतीश्वरानंद को बताया कि उनके वेतन से जी एस टी, ई पी एफ सहित तमाम मद में कटौती की जा रही है जिससे उनके वेतन का एक बड़ा हिस्सा काट लिया जा रहा है,जिसमे 18./.जी एस टी,24./. ई पी एफ व 4./. आईपीएफ काटे जाने के बाद बामुश्किल हाथ में आधा वेतन ही मिलता है।जिसको लेकर उक्त कर्मचारियों में भारी रोष है और वह चाहते है कि उन सभी 200 आउटसोर्स किए गए स्वास्थ्य कर्मचारियों को तत्काल एनएचएम में समायोजित किया जाए। अपनी इसी पीड़ा को लेकर 6 प्रमुख ब्लाकों के करीब 180कर्मचारी आज गन्ना मंत्री से फरियाद लगाने पहुंचे।जिनकी मांगो पर मंत्री यतीश्वरानंद ने उचित कार्यवाही का आश्वासन भी दिया। गन्ना मंत्री से मिलने के बाद उक्त सभी कर्मचारी अपर जिलाधिकारी (वित्त)रानीपुर विधायक आदेश चौहान,ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर से भी मिले।
विदित हो कि जेड सिक्योरिटी प्रा.लि नामक आउटसोर्स कम्पनी को स्वास्थ्य विभाग ने कर्मचारी नियुक्त करने के लिए हायर किया है,जिसमे उक्त कम्पनी द्वारा 200कर्मचारियों को रखा गया जिनका वेतन भी उक्त आउटसोर्स कम्पनी को स्वास्थ्य विभाग(एनएचएम)देता है,परन्तु इसी आउटसोर्स कम्पनी द्वारा रखे गए कर्मचारियों के वेतन में से विभिन्न मदो से करीब 50फीसदी काट दिया जाता है।जिससे कि उक्त सभी कर्मचारियों के हाथ आधा वेतन ही पहुंच पाता है ।अब बड़ा सवाल ये है कि इतनी भारी कटौती पर कोई भी बोल नहीं रहा और ना ही कोई इन कर्मचारियों की कोई सुध ही के रहा।जिससे इस महामारी के दौर में अपनी जान जोखिम में डालकर काम करने वाले इन 200कर्मचारियों को अपनी ही मेहनत के पैसों पर पानी फिरते नजर आ रहा है।
वेतन में इस तरह की कटौती को लेकर कर्मचारियों में भारी रोष है इनका कहना है कि हमने वेतन कटौती को लेकर कई बार प्रशासन से बात की है किन्तु आज तक भी सामाधान नहीं हुआ हैं। बावजूद इसके इनकी समस्याओं को अनदेखा किया जा रहा है। ये वही कोरोना योद्धा है जो फ्रंट लाइन पर कोरोना मरीजों की देखभाल करते हैं।
कर्मचारियों ने कहा है कि सरकार जल्द ही हमारी मांगों पर विचार करें, नहीं तो स्वास्थ्य कर्मचारियो के आगे घर चलाना भी मुश्किल हो जाएगा।
इस माैके पर राहुल,वसीम,अर्जुन सैनी,मंजू सैनी,आरती,प्रिंका त्यागी,रूबी,मनीषा शर्मा,रेणु,सोनिया,रमन,पायल गुप्ता,देवेश्वरी व मंजू आदि सैकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।
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