गर्मियों के रोजो में ऐसे रखें अपनी डाइट का ख्याल, इम्युनिटी के साथ मानसिक स्वास्थ्य में मिलेगा फ़ायदा
प्रिया पटवाल
लोकल न्यूज़ ऑफ इंडिया
भोपाल: रमज़ान का पाक महीना शुरू हों चुका है इसका मुस्लिम समाज में खास महत्व है, जिसको लेकर हाउस वाइफ और समाज सेविका निदा अल्वी द्वारा बताया कि रमज़ान के पवित्र महीने में पूरे माह रोजे रखे जाते हैं और अल्लाह की इबादत की जाती है, रोज़ा रखने के लिए सुबह सूरज निकलने से पहले सहरी की जाती है और शाम को अजान के वक्क इफ़्तार कर रोज़ा खोला जाता है। हालांकि ईस समय गर्मी भी तेजी से बढ़ रही है इसलिए रोज़ा रखने के दौरान सहरी और इफ्तार में अपनी डाइट में खान-पान के साथ ही इम्युनिटी और मानसिक स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखना बहुत जरूरी है, जिससे कि रोज़ा आसानी से रखा जा सके और शरीर में पानी की कमी भी न हो वरना डिहाइड्रेशन आदि अन्य समस्याएं सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकती हैं। रोजे में भी आपके शरीर में एजर्नी बनी रहे इसके लिए अपनी डाइट जल पान में कुछ खास चीजें शामिल कर सकते हैं, वहीं किसी भी तरह से नींद या फिर आराम के साथ कोई कंजूसी नहीं करें।
इफ्तार और सहरी में इन चीज़ों का करें सेवन
आधी रात को रोज़ा रखते समय सहरी में अपनी डाइट में ऐसी कई तरह कि चीजों को शामिल करें जो आपको दिन भर तरोताजा बनाए रखने के साथ शरीर को हाइड्रेटेड रखें, खाने के साथ एक गिलास ठंडा दूध दही या छाछ को जरूर शामिल करें। इससे आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होगी वही ज्यादा नमक मिर्ची वाली चीजों से बचें, वहीं गर्मियों के मौसमी फलों का भी सेवन किया जा सकता है जिससे कि आप दिनभर तरो ताज़ा मेहसूस करें। रमज़ान में रोज़ा खोलते समय इफ्तार में दही लस्सी जूस शर्बत को शामिल करें साथ ही मौसमी फलों से इफ्तारी करें वहीं ज्यादा तला-भुना खाने से बचें इससे पाचन बिगड़ सकता है, साथ ही ऐसा आहार लें जो जल्दी पच जाए इसके अलावा इफ्तार या सहरी में ज्यादा नमक मिर्च वाली चीजें खाने से परहेज करें ज्यादा नमक और मिर्च प्यास बढ़ा सकती है। वहीं अपनी डाइट खान-पान में गर्मियों के फल जैसे तरबूज, नारियल पानी, खरबूजा, अनानास और आम को शामिल करें साथ ही भरपूर नींद लें ताकि आपको कमजोरी न लगें।
बेहतर नींद इम्युनिटी के लिए बहुत जरूरी
वहीं श्रीमती अल्वी ने कहा रोज़दार को हर हाल में 7 से 8 घंटे की नींद लेनी जरूरी है बेहतर नींद बेहतर इम्युनिटी के लिए बहुत जरूरी होती है एक अच्छी नींद आपके शरीर में सारे पोषक तत्वों को बरकरार रखती है, साथ ही अच्छी नींद की वजह से आपका मस्तिष्क भी बेहतर तरीके से काम करता है कम नींद या अधूरी नींद का सीधा असर आपके इम्युनिटी सिस्टम पर पड़ता है। वहीं एक्सपर्ट बताते हैं कि रमजान के महीने में रोजे के दौरान इंटरमिटेंट फास्टिंग से न केवल आपका फैट कम होता है बल्कि शरीर भी उन हानिकारक विषाक्त पदार्थों से मुक्त हो जाता है जो शरीर में फैट जमा करते हैं, दरअसल इस 1 महीने के लंबे समय के दौरान आपकी बॉडी नेचुरल रूप से डिटॉक्सीफाई हो जाती है जिससे आपको रमज़ान के बाद भी एक स्वस्थ जीवन शैली जारी रखने का मौका मिलता है।
बीमारियों को रोकने में मदद के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।
रमज़ान में उपवास रोजे के दौरान भोजन और पानी के बिना 15 से 16 घंटे के अधिक समय तक कुछ नहीं खाते जो एक तरह की इंटरमिटेंट फास्टिंग ही है, रोजे के दौरान दिन में खाना ना खाने से उच्च कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मोटापा जैसी पुरानी बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है, साथ ही मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग का फायदा उठाने के लिए सहरी और इफ्तार के समय हेल्दी फूड और हल्के खाने को चुनें, इस दौरान ऐसे फूड्स का सेवन करना चाहिए जो लंबे समय तक पेट को भरा रखें।
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