राजीव गांधी अस्पताल में गलत और नकली स्टेंट डालने से 265 लोगों की मौत ने दिल्ली के स्वास्थ्य व्यवस्था की खोली पोल
- 265 लोगों की मौत के दोषियों को संरक्षण देने वाले केजरीवाल इस्तीफा दें-आदेश गुप्ता
- किसको बचाने के लिए जांच कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है-आदेश गुप्ता
- कोरोना के दूसरी लहर के दौरान जीटीबी अस्पताल में भर्ती हुए 3793 मरीजों में 1545 मरीजों की मौत पर केजरीवाल खामोश क्यों है-आदेश गुप्ता
- केजरीवाल शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था के खोखले मॉडल का गुजरात में महिमामंडन कर रहे हैं-आदेश गुप्ता
- केजरीवाल एक साथ पढ़ने वाले अधिकारियों, न्यायधिशों, नेताओं और झुग्गी झोपड़ीवासियों के बच्चों की सूची सार्वजनिक क्यों नहीं करते हैं-आदेश गुप्ता
प्रिया पटवाल
लोकल न्यूज ऑफ इंडियानई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुजरात में जाकर अपनी ‘वर्ल्ड क्लास’ स्वास्थ्य व्यवस्था की बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं, लेकिन उसकी सच्चाई सबके सामने उजागर हो चुकी है। आरटीआई के खुलासे से पता चला है कि राजीव गांधी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में गलत और नकली स्टेंट डालने से कुल 265 लोगों की मृत्यु हो गई है। दिल्ली सरकार के अस्पतालों में स्टेंट सप्लाई करने वाले कोई और नहीं बल्कि केजरीवाल के बेहद करीबी सत्येन्द्र जैन के रिश्तेदार बताए जाते हैं जो निर्दोष मरीजों की मौत के कारण बन गए। इस झूठ और लापरवाही को संरक्षण देने वाले केजरीवाल को इस्तीफा देना चाहिए।
श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि अपनी लापरवाही को छिपाने के लिए केजरीवाल ने 10 मार्च 2022 को एक जांच कमेटी बना दी, लेकिन उस कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार आज तक दिल्ली के लोग कर रहे हैं। जांच के बाद क्या परिणाम आए हैं, इन मरीजों की मौत का जिम्मेदार कौन है, दोषियों के ऊपर कोई कार्रवाई हुई है या नहीं, इन सभी सवालों को दबाने की कोशिश केजरीवाल सरकार कर रही है। आखिर केजरीवाल कमेटी की रिपोर्ट कब तक सार्वजनिक करेंगे। उन्होंने कहा कि गुजरात सहित पूरा देश दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की इस सच्चाई को जान चुका है, लेकिन केजरीवाल गुजरात के लोगों से इस सच्चाई को बताना तो दूर अपने विकास के खोखले मॉडल का महिमामंडन करते नहीं थक रहे हैं।
श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि कोविड के दौरान मौन बैठी केजरीवाल सरकार के स्वास्थ्य मॉडल का एक और खुलासा जीटीबी अस्पताल से हुआ है। जब दूसरी लहर के दौरान इस अस्पताल में 3793 मरीज भर्ती किये गए, जिनमें से 1545 मरीजों की मृत्यु हो गई और सबसे आश्चर्य वाली बात यह है कि 44 फीसदी रोगियों की मौत की कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोविड के दौरान हर दिन माइक पर आकर केजरीवाल हेल्थ बुलेटिन देते थे, तो उसमें इतनी बड़ी घटना को क्यों छिपाया। आज दिल्ली सरकार के अधिकांश अस्पताल खुद बीमार पड़े हैं और उनमें अस्पताल पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं से महरुम है।
श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल गुजरात में अपने स्कूलों के बारे में कह रहे थे कि सरकारी स्कूलों के एक ही बेंच पर आईएएस का बच्चा, जज का बच्चा, नेता का बच्चा और झुग्गी झोपड़ी में रहने वालों के बच्चें एक साथ बैठकर पढ़ते हैं। शिक्षा व्यवस्था की वकालत करने वाले केजरीवाल वह लिस्ट भी जनता के सामने जारी करें जिनमें उन अधिकारियों, न्यायधिशों एवं नेताओं के नाम हैं जिनके बच्चे सरकारी विद्यालयों में पढ़ने का दावा केजरीवाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल गुजरात के लोगों के सामने इस तरह की फिजूल एवं बेबुनियादी बातें करके उन्हें गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
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