अगर पहचान पत्र की पुष्टि के बाद अगूंठा सही से दबा कर मतपत्रों पर लगाया गया होगा तो वो मान्य होगा। और जनपद के सभी मतगणना केन्द्रो पर मान्य होगा - एडीएम सोनभद्र विजय शुक्ल लोकल न्यूज ऑफ इंडिया सोनभद्र , दिल्ली। हजार किलोमीटर दूर बैठे बैठे मुझे मेरे टोली ने खबर दी की इस बार चुनाव में ज्यादातर भोले भाले आदिवासी अगूंठा ठोककर चले आये हैं और ना जाने कितने प्रधान , पंचायत सदस्य , जिला पंचायत सदस्य का भविष्य इन अंगूठो के सहारे निपट जाय अगर यह सब अमान्य करार दिए जाय। सोनभद्र हैं सब कुछ जायज हैं पर जब अंगूठा लगाने और उसकी वजह से उदास आदिवासी मतदाताओं का दुःख पता चला जिन्होंने वाकई में यह आखिरी रात को और ज्यादा दर्द भरी बनाने के लिए काफी था खासकर उन उम्मीदवारों के लिए जिनको इन अंगूठे के मालिकानों से बस इस घड़ी के लिए उम्मीद थी क्योकि इन आदिवासी अंगूठा धारको का मालिकाना हक़ कल के बाद से फिर पांच साल के लिए इन्ही प्रधान जी और पंचायत जिला पंचायत सदस्य लोगो की कृपा पर निर्भर करेगा और उनका अंगूठा तो आपको पता हैं कि कब लगेगा ? इसी उंहापोह की स्तिथि को सुलझाने का काम करने के लिए हमने डीएम सोनभद्र