- ताले में बंद पार्क बना पार्किंग का बना अड्डा।
- टूटी दीवार,ग्रिल,गेट बाया कर रहे विकास की दास्तां।
गणेश वैद
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
हरिद्वार।क्षेत्रान्तर्गत वार्ड नं०-16 शिवलोक कॉलोनी का मामला प्रकाश में आया है,जहां पार्क को तालों में कैद कर दिया है।गौरतलब यह कि कुछ महीने पहले शिवलोक कॉलोनी वार्ड नं०-16 में पार्कों का सौंदर्यकरण बड़ी जोरों-शोर से शुरू हुआ था,जिसका भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री हरिद्वार विधायक प्रतिनिधि ने वार्ड पार्षद के साथ पार्कों का उद्धघाटन किया था और शिवलोक कॉलोनी में क्षेत्रवासियों को सौगात के रूप में जो पार्क मिला था अब उसकी कोई सुध भी लेने वाला नहीं है जिससे कि अब इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है और कई महीनों से पार्क का काम भी बंद दिखाई देता नजर आ रहा है।सबसे बड़ी हैरत की बात यह है कि जहां बच्चों के खेलने के लिए पार्क बनाए गए है,वो अब सात तालों में कैद है।
मजबूरन बच्चे जान जोखिम में डालकर पार्क की दीवारें कूद कर अंदर जा रहे है,जिससे बच्चों की जान पर भी खतरा मंडरा रहा है।उस पर भी यदि पार्क पार्क रहे तो समझ में आता है किन्तु यहां तो पार्कों को पार्किंग का भी अड्डा बना दिया गया है। वहीं पार्कों की दीवारें भी टूटी पड़ी है,साथ ही साथ पार्कों के गेट,ग्रिल भी गायब हो चूंके हैं।सरकार को ही सीधा-सीधा चुना लगता हुआ दिखाई दे रहा है।
लोगों का आरोप है वार्ड नं -16 की पार्षद क्षेत्रवासियों पर सौतेला व्यवहार करते हुए नजर आ रही हैं,कहीं तो वह पार्कों का सौंदर्यकरण करवाते हुए नजर आते हैं तो कहीं पार्को की दीवारें टूटी देख अपना पल्ला झाड़ते हुए देखी गई हैं। भारत के प्रधानमंत्री का नारा स्वच्छ भारत अभियान की भी यहां धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।शिवलोक कॉलोनी वासियों ने अपना वोट देकर पार्षद से यह उम्मीद लगाई थी कि शिवलोक कॉलोनी भी स्वच्छता के नाम से जाना जाएगा,पर वार्ड नंबर-16 के पार्षद उम्मीद पर खरी नहीं उतरी।अब तो वार्ड-16 का विकास राम भरोसे चल रहा है।यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, की क्या वार्ड का विकास होगा या नहीं,यह अपने आप में एक बहुत बड़ा प्रश्न है?
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