शिवम गोयल
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
हरिद्वार। हम सभी जानते है कि हरिद्वार एक धर्म स्थल है जहां माँ गंगा, माँ मंशा माँ चंडी ओर भगवान भोलेनाथ की ससुराल दक्ष महादेव विराजमान है। इस सभी देवी देवताओं के कारण हरिद्वार को देश विदेशों में जाना जाता है जिसके कारण हरिद्वार में दूर-दूर से लोग माँ गंगा में स्नान करने और बहुत सारे मंदिरों में भगवान के दर्शन करने आते है। लेकिन अब हालात ऐसे हो गए है कि हरिद्वार में माँ गंगा की पवित्रता को लोग दूषित कर रहे है। कुछ लोग हरिद्वार की साफ छवि को धूमिल करने का काम रहे है। जिस पर अब पुलिस प्रशाशन काफी तेजी से कार्यवाही कर रहा है। वो अलग बात लेकिन अब सभी जानते है की देवो के देव महादेव का बहुत ही पवित्र, निर्मल सावन सुरु हो चुका है। ये वो सावन है जिसके व्रत करने से भगतो की मनोकामना पूर्ण होती है।ये सावन का महीना बहुत ही पवित्र माना जाता है। जिसके लिए शिव भक्त दूर दूर से कावड़ लेने आते है जिसमे शिवलिंग पर चल, बेलपत्र,दूध,दही सहद ओर भी काफ सारी चीजें है जिनसे भोलेबाबा खुस होकर अपने भगतो की इच्छा पूर्ण करते है।दो साल से कोरोना के कारण शिवभक्त हरिद्वार से जल नही ले जा सके है। तो क्या हुआ लाखो करोड़ो भक्तों की आस्था,श्रद्धा हरिद्वार में वास करती है।
लेकिन आज स्तिथि ऐसी हो चुकी है कि सावन के पवित्र माह में भी हरिद्वार के अंदर मांश, मदिरा बंद नहीं किया जाता है।जो कि बिल्कुल गलत है। ज्वालापुर के अंदर खुलेआम मुर्गे, बकरे ओर अन्य पशुओं का मांश बिकता है। और उन पर कोई रोक नही लगाई जाती है। में उत्तराखंड सरकार से निवेदन करता हूँ कि सरकार हरिद्वार में कम से कम इस पावन माह में तो मांस कि बिक्री पर रोक लगा दे।ताकि किसी की आस्था को ठेस न पहुंचे।
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