देश के उच्च शिक्षा संस्थानों में सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित समूहों हेतु दिशा निर्देश की विशेषज्ञ कमेटी में प्रतिनिधित्व करेगा डॉ. अम्बेडकर विश्वविद्यालय
*डॉ. बी. आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान के प्रो. डी.के. वर्मा उच्च शिक्षा संस्थानों में सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित समूहों हेतु दिशा निर्देश की विशेषज्ञ कमेटी शामिल*
प्रिया पटवाल
लोकल न्यूज़ ऑफ इंडिया
महू: देश के समस्त विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और उच्च शिक्षा के संस्थानों में सामाजिक आर्थिक रूप से वंचित समूहों के लिये दिशा निर्देश तैयार करने एवं इन वर्गों के लिए संवेदनशीलता, नीति क्रियान्वयन, निगरानी और शिकायतों के निवारण हेतु एसइडीजी सेल के लिए दिशा-निर्देश तैयार करने के निमित्त विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा पांच विषेशज्ञ समिति का गठन किया गया है। समिति में डॉ. बी. आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक एवं संकायाध्यक्ष प्रो. डी.के. वर्मा का नाम शामिल है। समिति में विश्वविद्यालय, महू के प्रो. दीपक कुमार वर्मा के अलावा भारतीय विद्यापीठ, पुणे के कुलपति प्रो. माणिक सालुंखे, टाटा इंस्टिटयूट ऑफ सोशल साइंस, मुम्बई के प्रो. अवथी रमैया, नेशनल इंस्टिटयूट ऑफ एम्पावरमेंट एंड विजिुअल डिसेबिलिटीज़, देहरादून के निदेशक डॉ. हिमांशु दास एवं यूजीसी के संयुक्त सचिव डॉ. जे.एस. चौहान शामिल हैं। यूजीसी अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार द्वारा गठित यह विषेशज्ञ समिति पूरे देश के समस्त उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए सामाजिक आर्थिक रूप से वंचित समूहों के लिए मूलभूत सुविधाओं और आवष्यक सहूलियतों के साथ-साथ सुरक्षित पर्यावरण और उनके विकास के अवसरों हेतु गाइडलाईन्स तैयार करेगी।
इसके पूर्व प्रो. डी. के. वर्मा को यूजीसी, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में भारत सरकार की आरक्षण नीति के क्रियान्वयन हेतु गाईडलाईन्स तैयार हेतु गठित एक्सपर्ट कमेटी में भी सदस्य विषेशज्ञ के रूप में सम्मिलित किया गया है, जिसमें इंस्टिटयूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, बेंगलुरू के प्रमुख निदेशक प्रो. एच.एस. राणा तथा भारत सरकार के पूर्व अतिरिक्त सचिव डॉ. ओ.पी. शुक्ला सदस्य हैं। प्रो. डी. के. वर्मा भारत सरकार के सामान्य वर्गों में आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों (ईडब्ल्यूएस) के आयोग के राष्ट्रीय सलाहकार तथा भारत सरकार के धार्मिक एवं भाशायी अल्यसंख्यकों हेतु गठित जस्टिस रंगनाथ मिश्र आयोग हेतु शोध कार्य कर चुके हैं। प्रो. वर्मा ने अन्य पिछड़े वर्गों, घुमक्कड़ जनजातियों एवं अनुसूचित जनजातियों के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा गठित वर्किंग ग्रुप के सदस्य और सब कमेटी के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है।
इस उपलब्धि के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. डी. के शर्मा, कुलसचिव डॉ. अजय वर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी तथा विश्वविद्यालय अन्य अधिकारियों एवं संकाय सदस्यों ने प्रो.डी.के. वर्मा को बधाई दी एवं विश्वविद्यालय द्वारा समाज के वंचित वर्गों हेतु किये जा रहे समाज विज्ञान क्षेत्र में उनके शोध कार्यों तथा उनके योगदान की सराहना की ।
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