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&K: 12% महिलाएं होती घरेलू हिंसा की शिकार

  आसिफ़ अशरफ मीर  लोकल न्यूज ऑफ इंडिया  कुलगाम । भारत देश में महिलाओं के साथ अत्याचार होना कोई नई बात नहीं है. यहां हमेशा वर्चस्व को बरकरार रखने के लिए महिला को अपने जीवन की आहुति देनी पड़ती है. सब कुछ सहते हुए भी अपने साथ हो रहे अत्याचार पर विरोध नहीं करती. क्योंकि वो यह जानती है कि समाज में उसकी कोई नहीं सुनेगा. और इस सच्चाई से इंकार नहीं किया जा सकता कि महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा सचमुच देश की एक बड़ी समस्या है, जिसे तत्काल हल किए जाने की जरूरत है. आपको बता दे कि भारत सरकार द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण से पता चलता है कि जम्मू-कश्मीर में 18-49 साल की 12 प्रतिशत महिलाएं या तो यौन या शारीरिक हिंसा का सामना कर रही हैं.  जानकारी के मुताबिक, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा आंकड़ों में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर में 18-49 वर्ष की आयु की महिलाओं के बीच 12 प्रतिशत शारीरिक या यौन हिंसा देखी गई है. "जम्मू-कश्मीर में, 18-49 आयु वर्ग की कम से कम 10 प्रतिशत महिलाओं ने शारीरिक हिंसा का अनुभव किया है और तीन प्रतिशत ने यौन हिंसा का अनुभव किया है और इनमें से कम से कम 10 प्रतिशत महिला

भेल के इतिहास में कभी भी नही हुई उपनगरी में सफाई व्यवस्था की इतनी बुरी हालत और अनदेखी- विकास सिंह महामंत्री, हैवी इलैक्ट्रिकल्स वर्कर्स ट्रेड यूनियन

  शिवम गोयल  लोकल न्यूज ऑफ इंडिया  हरिद्वार।  भेल हरिद्वार की हीप एवं सी. एफ. एफ. पी. की 3 यूनियनों द्वारा दिनाँक 27.07.2021 को सांय: 3 बजे भेल उपनगरी में व्याप्त अनियमिताओं जैसे कूड़े की सफाई ना होना, सीवर लाइन चोक की समस्या, आवासों का मेंटीनेंस ना होने, प्रशासन एवं पुलिस  कर्मचारियों को प्राइम लोकेशनों पर स्थित भूतल के आवास भेल कर्मचारियों को आवंटित ना करते हुये सीधे तौर पर इनको आवंटित कर दिये जाने आदि के विरोध में भेल प्रबन्धन व नगर प्रशासक का घेराव किया गया। इस घेराव में भेल के सैकड़ों मजदूर उपस्थित हुये व भेल प्रबन्धन एवं नगर प्रशासक के विरूद्ध भेल प्रबन्धन मुर्दाबाद के नारे लगाये। हैवी इलैक्ट्रिकल्स वर्कर्स ट्रेड यूनियन के महामंत्री विकास सिंह ने कहा कि वर्ष 1963 से भेल हरिद्वार में निरंतर उत्पादन हो रहा है और भेल के इतिहास में कभी भी उपनगरी में सफाई व्यवस्था का इतना बुरा हाल नहीं था कि महीनों महीनों कूड़ा नहीं उठाये जाने, क्वार्टरों का मेंटीनेंस नहीं हो रहा है, सीवर लाइन की चोक होने की समस्याओं का निदान महीनों महीनों तक नहीं हो रहा है, बरसात में क्वार्टरों की छत का लीकेज का कोई

आखिर क्या हैं तिलिस्म अरावली में बने सूरजगढ़ फार्म्स का, वो वकील साहब थे कौन जो प्रेस कांफ्रेंस में आये थे इसको अवैध बताने जब कोई अंधेरगंध थी नहीं तो, आखिर मुख्यमंत्री जी की खिड़की खुलेगी या बंद ही रहेगी

विजय शुक्ल   लोकल न्यूज ऑफ इंडिया  दिल्ली। आजकल शहरी भागदौड़ से दूर शहर में ही लोग गाँव ढूंढते हैं और शायद इसी धंधे का अंदाजा लगाकर अरावली पहाड़ियों में एक फार्म्स बनाया गया सूरजगढ़ फार्म्स के नाम से।  बतौर इसके मालिकान अनिल यादव जी की माने तो यह बाकायदा जीएसटी भरते हैं सरकार को धंधा देते हैं टैक्स के रूप में और जनता को आनंद के जरिये उनसे कमाई भी करते हैं ऐसा वहा होने वाले कमर्शियल कार्यक्रम इवेंट्स और पार्टीज़ के आयोजनों के जरिये समझा जा सकता हैं।  दरअसल अनिल यादव जी ने हाल में बवाल मचाने के लिए बाक़ायद मीडिया में आये एक वकील श्री नरेंद्र सिंह जी के वाकये को बीस दिन बीता हुआ बताकर लीगल या इल्लीगल सवाल  जबाब ना देने और सब कुछ ठीक ठाक हो जाने का ताजगी और जीत भरा जबाब देकर शायद खुद तो संतुष्ट हो गए पर बिना बताये वो शायद यह जबाब दे गए कि बीस दिन पहले वाला खेल अब ठीक हो चुका हैं और बाकायदा वकील साहब ने इसकी तस्दीक लिखपढकर कर दी हैं कि  मीडिआ और प्रेस कांफ्रेंस करने वाले शायद वो नहीं कोई और था।  आखिर किसने बाँध रखे हैं सूरजगढ़ फ़ार्म हाउस पर कार्रवाई करने के लिए डीटीपी बाठ के हाथ , बहरहाल मुख्यमं

कुलगाम में आतंकियों-सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ के दौरान फंसे 430 नागरिकों को बचाया

  आसिफ़ अशरफ मीर  लोकल न्यूज ऑफ इंडिया  कुलगाम।  जम्मू-कश्मीर में सोमवार को कुलगाम के अहरबल में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई है. बता दे कि सेना लगातार ऑपरेशन चला रही है. जंहा अहरबल में फॉरेस्ट एरिया में हुए एक एनकाउंटर में सेना को सफलता मिली है. सुरक्षाबलों ने इस मुठभेड़ में एक लश्कर के एक टॉप कमांडर को ढेर कर दिया है. कश्मीर ज़ोन पुलिस ने जारी इस मुठभेड़ की जानकारी दी है. जबकि जिला पुलिस कुलगाम ने लोकप्रिय पर्यटन स्थल अहरबल में फंसे 430 नागरिकों को निकाला. 430 लोगों को बचायाजानकारी के मुताबिक, आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच सोमवार दोपहर शुरू हुई गोलीबारी के बाद उनकी खुद की सुरक्षा के लिए उनकी आवाजाही रोक दी गई थी. शाम के समय, नागरिकों को पुलिसकर्मियों की सशस्त्र सुरक्षा के तहत एक निकासी बिंदु पर ले जाया गया और उनके परिवहन के लिए एसएचओ मंज़गाम इंस्पेक्टर इम्तियाज और एसएचओ डीएच पोरा इंस्पेक्टर तनवीर द्वारा 40 (चार) वाहनों की व्यवस्था की गई. एडीएसपी कुलगाम श्री जुल्फकार की देखरेख में निकासी अभियान में, 430 व्यक्तियों को निकाला गया और सुरक्षित रूप से उनके गंतव्य तक प

श्रावण मास के प्रथम सोमवार को अजिरेशवर धाम मंदिर में भोलेनाथ के भक्तों ने अंतर आत्मा से मांगी मन की मुराद

  मंसूर आलम  लोकल न्यूज ऑफ इंडिया  बीजपुर ।श्रावण मास के पहले  सोमवार को सुबह से ही हर-हर महादेव के उद्घोषण से चारों तरफ  वातावरण गूंज उठा  । श्रद्धालु भक्त शिवलिंग पर जलाअभिषेक कर फल-फूल, बेलपत्र, भांग,धतूरा इत्यादि चढ़ा कर अपने मन की मुराद मांगी । इस दौरान जरहां स्थित अजिरेशवर धाम मंदिर में भोले नाथ के भक्तों की भारी भीड़ मंदिर समिति द्वरा माइक से लोगों को चेतावनी दी जारही थी कि भक्त एक दूसरे से दूरी बना कर जलाभिषेक और पूजा-पाठ करें। अजिरेशवर मंदिर समिति द्वरा पूरे दिन बाबा का महाप्रसाद, खिचड़ी श्रद्धालुओ को खिलाया जाता रहा । मंदिर परिसर की चौबंद सुरक्षा ब्यवस्था के लिए निर्माण समिति के अध्यक्ष  राजेन्द्रसिंह बघेल,राज कुमार सिंह, डॉ.ब्रमजीत सिंह, त्रिभुवन नारायण सिंह,गणेश शर्मा, श्याम सुन्दर जायसवाल, राहुल सिंह, सहित अनेक लोग चौकन्ना रहें शांतिब्यवस्था के लिए प्रभारी निरीक्षक देवतानन्द सिंह मय हमराह जवानों तथा महिला फोर्स के साथ सुबह से ही मंदिर परिसर में डटे रहें। इस प्रकार सिरसोती शिवमंदिर एनटीपीसी कालोनी बेड़िया हनुमान मंदिर, दुधइयाँ माता, सेवकाडाड, बकरीहवां के मंदिरों मे महिलाओं,बच्च

जाको राखे सांईआ मार सके ना कोय

  लोकल न्यूज ऑफ इंडिया  किन्नौर। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले अंतर्गत बटसेरी में रविवार दोपहर हुए भूस्खलन में 9 लोगों की जान गई थी। वहीं, इसमें दो लोगों की जान बची है। जिनकी जान बची है वह भगवान के आशीर्वाद से फिल्मी अंदाज में बची है। दरअसल, पहाड़ी से गिरी चट्टानें जब गाड़ी से टकराई तो दो पर्यटक छिटककर बाहर गिर गए। वाहन हवा में जा उड़ा और करीब 600 मीटर गहरी खाई में जा गिरा। वहीं, ये दोनों पर्यटक एक पत्थर के पीछे जाकर गिरे। जिस कारण दोनों बेहोश हो गए। हालांकि, पत्थर के पीछे होने की वजह से ये सुरक्षित हो गए। जिंदा बचे दोनों पर्यटक की पहचान शिरील ओबरॉय (39 वर्ष) दिल्ली और मोहाली के नवीन भारद्वाज (37 वर्ष) के तौर पर हुई है। रेस्क्यू के दौरान दोनों युवक को पत्थर के पीछे से निकाला गया तो दोनों की सांसे चल रही थी। आनन-फानन में इन्हें अस्पताल जे जाया गया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को खतरे से बाहर बताया है। मामूली चोटें हैं, डर की वजह से बेहोश हो गए थे।ट्रे ट्रेवल एजेंसी से आए थे अलग-अलग राज्य के लोग: शिरील और नवीन ने बताया कि बीते गुरुवार को उन्होंने एक ट्रेवल एजेंसी के साथ हिमाचल की ट्रिप बुक की

आपदा प्रबंधन और प्रशासनिक लापरवाही बनी किन्नौर में पर्यटकों के मौत का कारण

किन्नौर हादसे से एक दिन पहले ही कुदरत ने किया था अलर्ट,आपदा प्रशासन नही जागा सुशील  शर्मा  लोकल न्यूज ऑफ इंडिया  शिमला।   हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में चट्टान गिरने से रविवार को 9 लोगों की दुखद मौत हो गई. हादसे से पहले भी कुदरत ने संकेत दिए थे लेकिन किसी की नींद नहीं खुली. यह दुर्घटना किन्नौर जिले में बटसेरी के पास जिस जगहें चट्टाने गिरने से छितकुल से सांगला की ओर आ रही सैलानियों की गाड़ी भूस्खलन के कारण चट्टानों की चपेट में आने से हुई.  वहां पर दुर्घटना से बीते एक दिन पहले भी पहाड़ी से नीचे की ओर पत्थर गिर रहे थे, जहां एक गाड़ी टूट-फूट गई थी. वहीं, गाड़ी के ड्राइवर और सैलानी ने भागकर जान बचाई थी. इसके बावजूद भी आपदा प्रशासन ने इस हादसे के बाद भी कोई सबक नहीं सीखा. इसके बाद भी आपदा प्रशासन ने कोई कोशिश की और न ही किसी और  ने, जिसके कारण अगले ही दिन वहीं पर दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें 9 सैलानियों की जान चली गई. आपदा प्रबंधन के लिए जरूरी हैं सड़क खुलवाना पर एक दिन पहले के हादसे से लेना चाहिए था सबक  यदि आपदा प्रशासन समय रहते कोई एहतियाती कदम उठा लेता और उस रास्ते पर रोक लगा देता, तो इन लो