बालू लोडिंग करने वाली लगभग 500 गाड़ियों की कनहर पुल पर दोनों तरफ 3 दिन से लगी लम्बी कतार, बड़ी दुर्घटना होने की आशंका
बालू लोडिंग करने वाली लगभग 500 गाड़ियों की कनहर पुल पर दोनों तरफ 3 दिन से लगी लम्बी कतार, बड़ी दुर्घटना होने की आशंका
- 3 दिन से अबतक जाम
- लगभग 500 गाड़ियों का रेला दुद्धी के जाबर कांशी राम आवास से हीराचक तक जाम
- जाबर के लोगो मे खलबली ,कोरोना का हो सकता है संक्रमण,खतरे से जाबर के प्रधान व पूर्व प्रधान ने किया आगाह,अब तक कोरोना मुक्त सोनभद्र खासकर दुद्धी कस्बा क्षेत्र हो सकता है संक्रमित
- दहशत का माहौल बना दुद्धी क्षेत्र-जाबर प्रधान अजय कुमार व पूर्व प्रधान अनिल।
- एम्बुलेंस के आवा गमन करने में भी हो रही हैं दिक्कत
दहशत का माहौल बना दुद्धी क्षेत्र-जाबर प्रधान अजय कुमार व पूर्व प्रधान अनिल।
पूनम पोद्दार
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया
दुद्धी, सोनभद्र।इस लॉक डाउन मे बालू खनन खुलने की जानकारी मिली है और बालू साइट खुलने की चर्चा चट्टी चौराहों पर आम हो गई है। लोग बाहरी जनपद से गाड़ियो के आवा गमन से अब कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ने कि आशंकित हैं। जनपद सोनभद्र में अब तक कोरोना महामारी का एक भी केस नही पाया गया हैं। सूत्रों के माने तो अब शहर व क्षेत्र के लोगो मे दहशत का माहौल बनता जा रहा है उसका बड़ा कारण है दूसरे जनपद गाजीपुर,मऊ, आजमगढ़, गोरखपुर, देवरिया, मिर्जापुर, अकबर पुर से आवा गमन करने वाली इन गाड़ियों की वजह से क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता हैं।
जैसा की इस क्षेत्र के लिये बालू खनन एक मोटी कमाई का जरिया है और हमेशा ही खनन से जुडे हुए लोग और अधिकारी इसको अनदेखा करते ही आये है। पर आज जब संक्रमण के फैलाव का डर ज्यादा हैं और नियम के अनुसार किसी भी जनपद से आये हुए व्यक्ति को 14 दिन के कोरेन्टाईन मे रख कर योगी सरकार सबकी सुरक्षा का ध्यान रख रही है तो ऐसे मे इतनी भारी संख्या मे गाड़ियो का आना खतरे की घंटी के साथ साथ नियमो की धज्जियां उड़ाने जैसा ही है। एम्बुलेंस का रास्ता रोकती यह गाडियाँ कही कनहर पुल को ही ना तबाह कर दे।
इस बिषय पर पूर्व सदर आदिल खान ने कहा कि दूसरे जनपद से आवागमन करने वाले गाड़ियों से खुदा ना खास्ता अगर सोनभद्र में एक भी केस मिल जाता हैं तो जिला प्रशासन पर एक बदनुमा दाग लग सकता हैं।और किये कराए पर पानी फिर सकता हैं।आज 4 बजे भोर में उनके मोबाइल पर सूचना मिली कि कनहर पुल पर दोनों तरफ एक तरफा लोड और दूसरी तरफ खाली गाड़ियों का जाम लगा हुआ है पहली बात की पुल पर भी अधिक लोड नही दिया जा सकता हैं अगर पुल पर अधिक लोड हुआ तो पुल को क्षति पहुच सकती हैं।अगर खुदा ना खास्ता कोई बात हो जाती हैं तो जिम्मेदार कौन होगा।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें