सीबीआई जांच नही हुई तो करूँगा इस्लाम धर्म अंगीकार- भृगुवंशी आशुतोष पांडेय
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया
कांधला, उत्तर प्रदेश। पूर्व एसपी शामली द्वारा साजिशन मुकदमो मे फसाने का आरोप लगाते हूए नौ माह बाद जेल से बाहर आये राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भृगुवंशी आशुतोष पांडेय ने घोषणा की है कि मेरे एवम मेरे परिवार के खिलाफ पूर्व पुलिस अधीक्षक अजय पांडेय के द्वारा दर्ज कराए गए 6 मुकदमों की जांच यदि सी0बी0 आई0 से नही करायी गयी तथा मेरा व मुकदमे वादी व पूर्व पुलिस अधीक्षक अजय पांडेय का नार्को टेस्ट नही कराया गया तो मैं इस्लाम धर्म अंगीकार कर लूंगा।
उन्होने कहा कि उनके द्वारा कई वर्षों से कांधला जनपद शामली में श्री शीतला माता मंदिर, कांधला पर असमाजिक लोगों द्वारा एवं पूर्व मंत्री के गुर्गो के द्वारा अवैध कब्जा तथा मंदिर की 10 दुकानों पर अपने रिश्तेदारों द्वारा अवैध कब्जा करा कर मात्र ₹365/465 रुपए का किराया दिखा 30 वर्षों के किराए का गबन का मामला उठाया गया था। तथा मंदिर की दुर्दशा जहाँ मंदिर में स्थापित शिवलिंग तथा अन्य प्रतिमाओं पर बारिश में गंदा नाले का पानी भर रहा था उत्तर प्रदेश शासन तथा उच्च अधिकारियों से उसको इंगित करते हूए मैने शिकायत की थी। जिस पर तत्कालीन उप जिलाधिकारी कैराना अमित शर्मा ने संज्ञान लेते हुए 30 अगस्त 2019 को उक्त मंदिर पर सरकारी रिसीवर नगर पालिका परिषद कांधला के अधिशासी अधिकारी को नियुक्त कर असामाजिक व्यक्तियों के खिलाफ जांच रिपोर्ट आयुक्त महोदय सहारनपुर को प्रेषित की गई थी। शामली जनपद में एक संवाददाता अमित शर्मा के साथ उत्पीड़न को लेकर समस्त जनपद शामली के संवाददाता द्वारा तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अजय पांडेय के खिलाफ जिलाधिकारी शामली मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया था जिसमे मेरे छोटे भाई विनीत भी एक टीवी चैनल के जिला संवाददाता होने की वजह से प्रदर्शन में मौजूद रहे थे तथा मेरे संगठन राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा द्वारा भी पूर्ण समर्थन दिया गया था। 29 अगस्त 2019 को मेरे द्वारा तत्कालीन पुलिस अधीक्षक शामली के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच तथा उनकी दूसरी पत्नी जो विदेश में रहती है के बैंक खातों तथा उनके रिश्तेदारों के बैंक खातों की जांच कराने के लिए गृह मंत्री भारत सरकार, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश लखनऊ को लिखित रूप में मांग की गई थी। 2017 विधानसभा के चुनाव में उत्तरप्रदेश व उत्तराखंड चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा ने खुलकर समर्थन किया तथा भगवान श्री परशुराम यात्रा निकालकर ब्राह्मण समाज को एक करने का कार्य किया था। 2018 में भी इसी प्रकार चुनावी राज्यों में कार्य किया गया। 2019 लोकसभा चुनाव में 6 मार्च 2019 को लखनऊ में श्री अटल बिहारी कॉन्फ्रेंस सेंटर हाल में एक ब्राह्मण /प्रबुद्ध सम्मेलन मे मुख्य अतिथि तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी के प्रतिनिधि के रूप में दिल्ली के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी सांसद की मौजूदगी में तथा मेरी अध्यक्षता में व संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी राष्ट्रीय सलाहकार कुँवर जयेश प्रसाद के नेतृत्व में लगभग 14हजार युवाओं ने भाग लिया। देश भर में हमारी पूरी टीम ब्राह्मण समाज को एक कर वोट दिलाने का कार्य करती रही साथ ही पूर्व विधायक सहित अन्य पार्टियों के150 नेताओं को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय की अध्यक्षता में भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में दिलाई गई। जिस कारण उत्तर प्रदेश के दो बड़े नेता मेरी लोकप्रियता को बढ़ती देख चिढ़ने लगें। जिसमें एक ब्राह्मण नेता को सत्ता में बड़ा पद दिलाने के लिए संगठन ने तन मन धन से मेहनत की थी। दोनों नेताओं ने व एक वरिष्ठ अधिकारी जो विपक्षियों की जाति के थे। सबने मिलकर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक शामली अजय पांडे का सपोर्ट कर मेरा तथा मेरे परिवार का उत्पीड़न कराकर लगातार छह छह फर्जी मुकदमा दर्ज कर जेल में बंद करा दिया। तथा फर्जी केस हिस्ट्री जारी की गई जिसके लिये न्यायालय में एक मुकदमा भी जेल अधीक्षक के माध्यम से 4 दिसंबर को दर्ज किया गया है।
पूर्व शामली पुलिस अधीक्षक अजय पांडे द्वारा जिस मुकदमों की धाराओं में 7 साल की सजा का प्रावधान है, तथा उक्त धारा में मुकदमों की गिरफ्तारी का प्रावधान भी नहीं है गिरफ्तारी कराई गई। तथा 25हजार का इनाम धोषित कर मेरा एवम मेरे भाई का एनकाउंटर कराने के लिए पुलिस टीम लगाई गई थी। जिससे साफ साफ पता चलता है कि व्यक्तिगत रंजिशन में सब किया गया ।
उक्त 6 मुकदमों की जांच स्थानांतरण के लिए उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ प्रशांत कुमार को दो बार पत्र लिखा तथा शासन को उनके स्थानांतरण को पत्र लिखा। शासन ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अजय पांडेय को शामली से स्थानांतरण तो कर दिया। मगर किसी नेता ने उक्त मुकदमा स्थानांतरण के पत्र को मेरठ अपरपुलिस महानिदेशक कार्यालय में ही दबा दिया।जिसके बाद मुझे जेल में बंद कराकर उत्पीड़न कराया गया। जेल में जो यातनाएं दी गई है उनके लिए भी मैं अलग-अलग शिकायत करूंगा। विशेष जेल में मैंने देखा कि इस्लाम धर्म के लोगो को जो कोरोना महामारी के चलते जमानती बंद किए गए थे। उनका खुलकर का साथ दिया जा रहा था तथा जेल की गिनती के पैसे भी खुद व खाना पीना भी मिलकर किया गया। बाहर के लोगों ने अपने धर्म की रक्षा तथा एकता के कारण उन सभी जमातियों की जमानत कराकर जेल से रिहा कराया। जबकि हमारे धर्म के लोगों ने मेरा विरोध किया।जबकि मेरे द्वारा श्री शीतला माता मंदिर के हक की लड़ाई लड़ी गयी। इसलिए मैं इस्लाम धर्म परिवर्तन करूंगा और एक मकान भी मस्जिद बनाने के लिए कांधला में दान दूंगा । सरकार यदि सच्चाई का साथ दें और सच मे न्याय करना चाहती है तो हमारी मांग स्वीकार की जाए। मेरे सभी दर्ज मुकदमो में माननीय न्यायालय से जमानत मिली और जैसे 9 माह में माँ के पेट से मेरा जन्म हुआ था ठीक वैसे ही आज मै 9 माह में ही नया जन्म लेकर जेल से रिहा हुआ हूँ। मेरी गिरफ्तारी 2अक्टूबर 2019 को राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा के केंद्रीय कार्यालय शाहदरा दिल्ली से हुई थी तथा 2 जुलाई2020 को जिला कारागार मुजफ्फरनगर से रिहा हुआ।
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