संविदा शिक्षकों को विनियमितीकरण करने की मांग:त्रिरत्न शुक्लेश जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी शिक्षक सभा व प्रदेश उपाध्यक्ष समाज कल्याण आश्रम पद्धति विद्यालय एसोसिएशन उत्तर प्रदेश
नित्यानंद
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया
सोनभद्र। त्रिरत्न शुक्लेश जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी शिक्षक सभा व प्रदेश उपाध्यक्ष समाज कल्याण आश्रम पद्धति विद्यालय एसोसिएशन उत्तर प्रदेश ने आज कहा कि शिक्षक किसी भी समाज व देश का निर्माता होता है क्योंकि वह अपनी आचरण पूर्ण शिक्षा के द्वारा सभ्य नागरिको को तैयार करता है जो कि समाज व देश के विकास मे अपना महत्त्वपूर्ण योगदान देते है। यदि हम देखे तो प्रदेश भर में कार्यरत शिक्षामित्र, अनुदेशक, संविदा शिक्षक अपने ही भविष्य को लेकर चितिंत है।ऐसी दशा में वर्तमान सरकार से अपेक्षा व मांग की जाती है कि राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयो में कार्यरत संविदा शिक्षक,नर्स/फार्मासिस्ट आदि जो कि सृजित पदों के सापेक्ष पूर्ण अहर्ता धारण करते हुए विगत13 वर्षो से अपनी पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण के साथ छात्र हित में निरंतर अपनी सेवा दे रहे है,को शीघ्र शीघ्र विनियमित किया जाय ताकि उक्त शिक्षक निश्चिंत होकर अपना अध्यापन कार्य कर सके।
शुक्लेश ने यह भी कहा कि निरंतर मांगों के क्रम में संविदा राजकीय आश्रम पद्धति शिक्षकों की विनियमितीकरण संबंधित पत्रावली शासन स्तर पर निर्णय हेतु पिछले 4 वर्षों से विचाराधीन व लंबित है।जिस पर अभी तक कोई भी सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया है।साथ ही सरकार को यह भी अवगत कराते हुए बताया कि सन 2018 में भाजपा सरकार द्वारा ही अनुदानित /अशासकीय महाविद्यालयों में 2006 से 2011 तक के कार्यरत मानदेय शिक्षकों को दिनांक 31.8.2018 को कैबिनेट बाई सर्कुलर द्वारा नियमित किया गया था।इसलिए डिग्री कॉलेज के शिक्षकों की तरह राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय के शिक्षकों को भी नियमित किया जाए।उक्त मांग को उचित मानते हुए श्री क्षमाशंकर तिवारी, कल्पना सिन्हा, विकास पाण्डेय, कमलेश यादव, पारितोष मिश्रा, पंकज पाण्डेय, संतोष निगम,अनामिका ओझा,स्वाति सिंह, अमरेन्द्र कुमार, बबलू कुमार राम, महेश द्विवेदी, जय प्रकाश सिंह, शेषनारायण मालवीय, निखिलेश त्रिपाठी, ऋचा पाण्डेय, डॉ दीपिका पांडेय, अर्चना यादव, आदि शिक्षकों ने अपनी सहमति जताई।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें