दहशत मे पडोसी, रेनुकूट पुलिस प्रशासन को आना होगा आगे , जांच से ही दूर होगा भ्रम
प्रमिला पोद्दार और सूर्यमणी कनौजिया
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया
रेनुकुट।लॉकडाउन है और चारो तरफ सिर्फ और सिर्फ कोरोना की खबर है ऐसे मे अफवाह फैलाने वाले या फिर भ्रम के कारण लोग छोटी छोटी बातो से डरे हुए है आलम यह है की निज़ामुद्दीन के मरकज का जिन्न अब सोनभद्र के रेनुकूट मे पहुच गया है पूरा मामला मसूद मोइनुद्दीन नामक शख्श के अपने मौसी के यहां दिनांक 19 मार्च 2020 को जनपद कानपुर जाने और वहां से 28 मार्च को रात में वापस रेणुकूट आने के बाद से फैले भ्रम के कारण हुवा है।
दरअसल पूरा मामला हिंडालको आवासीय परिसर में मोहम्मद मसूद मयुद्दीन क्वार्टर नंबर N-195 एम्पलाई कोड-22238 की वजह से है उनके आसपास के घरों में डर का माहौल बना हुआ है कि कहीं वह कोरोना संक्रमित ना हो क्योंकि वह दिनांक 19/ 03/ 2020 की शाम रेणुकूट से छुट्टी पर गए थे और 28/03 /2020 की देर रात रेणुकूट वापस आए उनकी पड़ोसियों में यह आशंका है कि वह तबलीगी जमात मरकज में शामिल होने गए थे इस आशंका की एक वजह यह भी है कि हिंडालको प्रबंधन द्वारा 14 /03/ 2020 से यह निर्देश दिया गया था कि जो भी व्यक्ति छुट्टी पर बाहर जाएगा वह वापस आने के बाद 14 दिन तक आइसोलेशन का पालन करे इन सबके बावजूद भी वह लगभग 10 दिन शहर से बाहर कहीं गए हुए थे।
ऐसी स्तिथि मे लोगो के भ्रम को दूर करने के लिये पुलिस और प्रशासन को आगे आना चाहिये। वर्ना यह सभी के लिये डर के माहौल मे जीना होगा और अगर यह कोरोना पीडित है तो स्तिथि उसके परिवार वालो के लिये भी खतरनाक साबित हो सकती है। क्योकी जिस तरह से निजामुद्दीन के मरकज से निकले लोग दूर दराज तक पकडे जा रहे है उससे इस तरह की आशंका को बल मिलना स्वाभाविक है। खबर लिखने तक पुलिस से स्थानीय लोग सम्पर्क करने का प्रयास कर रहे है।
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