होटल इंडस्ट्री में होगा भोजन सुरक्षा के मानकों का कड़ाई से पालन, संस्कृति टूरिज्म एंड हास्पिटेलिटी स्कूल वेबिनार
होटल इंडस्ट्री में होगा भोजन सुरक्षा के मानकों का कड़ाई से पालन, संस्कृति टूरिज्म एंड हास्पिटेलिटी स्कूल वेबिनार
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट बच्चू सिंह
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के स्कूल आफ टूरिज्म एंड हास्पिटेलिटी द्वारा ‘चैलेंजेज़ आफ फूड सेफ्टी हाईजिन एंड न्यूट्रीशियन इन होटल’ विषयक एक वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार के मुख्य वक्ता थे इंडियन टूरिज्म डवलपमेंट कार्पोरेशन के पूर्व वाइस प्रेसीडेंट शेफ सुधीर सिबल। उन्होंने वेबिनार में विद्यार्थियों को भोजन की सुरक्षा और रसोई में सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत और आवश्यक तरीकों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के चलते होटल इंडस्ट्री में खाद्य पदार्थों की सुरक्षा और किचिन में सोशल डिस्टेंसिंग व साफ सफाई का महत्व और बढ़ गया है।
शेफ सुधीर ने बताया कि भोजन में अधिक से अधिक न्यूट्रीन इस्तेमाल किया जाना चाहिए, साथ ही शाकाहार के लिए ऩई-नई डिशेज का प्रयोग करना लाभदायक होगा। होटलों को ऐसे मीनू तैयार करने चाहिए जिनमें लोगों के लिए आवश्यक स्वास्थ्यवर्धक और न्यूट्रीनयुक्त भोजन हो। रसोईघर में हाईजिन और सैनिटेशन का गंभीरता से पालन होना चाहिए। संस्कृति स्कूल आफ टूरिज्म एंड हास्पिटेलिटी के डीन प्रोफेसर डीसी वशिष्ठ ने खाने की शुद्धता और स्वास्थवर्धकता की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि भोजन सुरक्षा के मानकों का गंभीरता से पालन हो ताकि भोजन संदूषण(फूड कंटेमिनेशन) और फूड पाइजिनिंग की संभावना पैदा न हो। उन्होंने इसके लिए उन सभी सावधानियों पर विस्तार से प्रकाश डाला जिनके अभाव में फूड कंटेमिनेशन और फूड पाइजनिंग होने की संभावना उत्पन्न हो जाती है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी है कि सर्व किये जाने वाले भोजन की समय से जांच होना जरूरी है। भोजन में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, मिनरल, विटामिन और कार्बोहाइड्रेड शामिल होने चाहिए। वेबिनार में ओएन मेहरा, संस्कृति स्कूल आफ टूरिज्म एंड हास्पिटेलिटी विभाग के विभागाध्यक्ष पियूष झा ने भी विचार व्यक्त किए। असिस्टेंट प्रोफेसर योगेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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