बेटी.. बेटी ही होती हैं उसको जात पात की राजनीती में उलझाने की बजाय कुकर्मियो को सजाये मौत दे सरकार - वशिष्ठ कुमार गोयल
विजय शुक्ल
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
दिल्ली।नवजन चेतना मंच की न्याय सुरक्षा और सम्मान की मुहीम में समाज के लिए एक सन्देश कि " हम सबके सब हमारे " आजकल चर्चा में हैं। नवजन चेतना मंच ने गुरुग्राम में राजनीतिक उथल पुथल भी मचा दी हैं क्योकि झुंड की बुनीयाद पर राजनीतिक बिसात बिछाने वाले लोग सकते में आ गए हैं। हालांकि नवजन चेतना मंच का मकसद गुरुग्राम के लोगो को सुरक्षित माहौल देने के साथ साथ सम्मानित जीवन देना हैं।
नवजन चेतना मंच के संयोजन वशिष्ठ कुमार गोयल का साफ़ कहना हैं कि सरकार कोई भी आये या जाए बस नाम बदल रहे हैं हालात नहीं। हाल ही में हाथरस और उसके बाद एक के बाद एक घटनाओ ने दिल विचलित कर दिया। और अफ़सोस तो इस बात का हैं कि बेटियों की जाति गिनाई जा रही हैं। बस यही हमारे समाज की सबसे बड़ी गन्दगी हैं। बेटियां तो बेटियां ही होती हैं चाहे वो निर्भया हो या मनीषा। भदोही की बेटी हो या जींद की। इन कुकर्मियो को सरेआम चौराहे पर सजाये मौत मिले तब जाकर समाज सुधरेगा।
न्याय जितना जल्दी मिलेगा लोगो के अंदर सुरक्षा की भावना आएगी। पर पुलिस प्रशासन जिस तरह से लीपापोती करता दिखा यह अपने आप में खोखले होते सिस्टम का इशारा हैं। ऐसे भ्रष्टाचारी दुराचारी और पद की गरिमा गिराने वाले लोगो को जो दीमक की तरह सिस्टम को खोखला कर रहे हैं तड़ीपार करना चाहिए।
नवजन चेतना मंच का हर एक सदस्य समाज का सच्चा सिपाही हैं। वो न्याय का समर्थक हैं , वो सुरक्षा का साथी हैं और वो सबको सम्मान देने की चाहत के साथ आप सबके बीच में होगा। हमें राजनीति नहीं करनी हमें राजनीतिक नैतिकता की नीव रखनी हैं। हमें ऐसे नेतृत्व की फ़ौज तैयार करनी हैं जिनको राष्ट्र सर्वोपरि दिखता हों।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की ताकत समाज में बैठा हर आम आदमी होता हैं और नवजन चेतना मंच का लक्ष्य उस आम आदमी को अपनी सुरक्षा सम्मान और न्याय के हक़ को समझाना और उसको न्याय सुरक्षा और सम्मान को देना हैं। देश में बेटियों के खिलाफ यह जो कुचक्र चल रहा हैं इसको देश की आधी आबादी ही तोड़ सकती हैं और हम सबको उस आधी आबादी को पूरा साथ देना होगा। और सत्ता सियासत के गलियारे की चापलूसी करने वाले भ्रष्ट शासकीय सेवको को सबक भी सिखाना होगा। चेतना लानी होगी सबमे, क्या बड़े क्या बूढ़े सबको जागृत करना होगा। इसकी शुरुवात दक्षिणी हरियाणा से तो हो गयी हैं अब इसको पूरे देश के कोने कोने तक पहुचानी होगी।
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