हैवी ब्लास्टिंग बनी बच्ची की मौत का कारण,मिट्टी की दीवार गिरने से सात वर्षीय बच्ची की मौत
मोहित मणि शुक्ला
लोकल न्यूज़ ऑफ़ इंडिया
सोनभद्र।शक्तिनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मिसरा ग्राम पंचायत में सोमवार को दोपहर तकरीबन एक से दो बजे के बीच अचानक मिट्टी के बने घर की दीवार गिरने से सात वर्षीय बच्ची दब गई। जिसके बाद बच्ची के परिजनों ने चिल्लाने रोने की आवाज सुनते ही परिजनों ने देखा तो दीवार की मिट्टी अचानक सर पर गिरने के कारण दब गई।
जिसके बाद आननफानन में परिजनों द्वारा इलाज के लिए पास के निजी अस्पताल बीना ले गए। जहाँ डॉक्टरों ने गंभीर हालत बताते हुए नेहरू के लिए रेफर कर दिया। रास्ते मे जाने के दौरान घायल सात वर्षीय बच्ची ने दम तोड़ दिया।
मृतक होने की पुष्टि नेहरू अस्पताल के डॉक्टरों ने कर घर के लिए भेज दिया।मृतक बच्ची के पिता समेत भाई व चाची ने बताया कि घटना के समय एक से दो बजे के बीच पैसे लेकर कुछ सामान ख़रीदने जा रही थी की अचानक एनसीएल कृष्णशील परियोजना द्वारा ब्लास्टिंग की गई और मिट्टी का दीवार गिर पड़ी और बच्ची दब गई। बीना चौकी पुलिस को घायल बच्ची को नेहरू शताब्दी इलाज के लिए ले जाने के दौरान सूचना दी गयी थी। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की तैयारी की जा रही है। मामले में पुलिस द्वारा खबर लिखने तक तहरीर न मिलने की बात बताई गई। पूरे मामले में जब एनसीएल कृष्णशील के सम्बंधित अधिकारी से बात हुई तो हैवी ब्लास्टिंग से साफ इनकार करते हुए।बताया गया कि एनसीएल कृष्णशील द्वारा ओवी को ब्लास्टिंग करने का कार्य प्राइवेट कंपनियों को दिया गया है। ब्लास्टिंग के दौरान पांच मीटर के लिए की जाती है। जिसका असर पांच सौ मीटर तक ही होता है। अब देखना होगा कि मृतक बच्ची के परिजन काफी असहाय और गरीबी हालत होने पर किस प्रकार से किसके द्वारा छतिपूर्ती की जाती है। परिजनो का रो - रो कर बुरा हाल है।
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