पंडित विनय शर्मा
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
हर साल सावन पूर्णिमा के दिन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक पर्व राखी या रक्षा बंधन मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर बड़ी संख्या में साधक गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान-ध्यान कर लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करते हैं। वहीं, पूजा के बाद बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं। वहीं, भाई अपनी बहनों को गिफ्ट देते हैं। साथ ही सुख और दुख में साथ देने का वचन देते हैं।
*रक्षा बंधन शुभ मुहूर्त*
वैदिक पंचांग के अनुसार, 08 अगस्त को दोपहर 02 बजकर 12 मिनट पर सावन महीने की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत होगी। वहीं, 09 अगस्त को दोपहर 01 बजकर 24 मिनट पर पूर्णिमा तिथि समाप्त होगी। हालांकि, 08 अगस्त को भद्रा दोपहर 02 बजकर 12 मिनट से 09 अगस्त को देर रात 01 बजकर 52 मिनट तक है। इसके लिए 08 अगस्त के बदले 09 अगस्त को राखी का त्योहार मनाया जाएगा। भद्रा के धरती पर रहने के दौरान शुभ काम नहीं किया जाता है। इसके लिए भद्रा का साया रहने पर रक्षा बंधन का त्योहार अगले दिन मनाया जाता है।
*राखी बांधने का सही समय*
09 अगस्त को राखी बांधने का सही समय सुबह 05 बजकर 21 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 24 मिनट तक है। इस समय तक बहनें अपने भाई को राखी बांध सकती हैं। इसके बाद भाद्रपद महीने की शुरुआत होगी।
*रक्षा बंधन शुभ योग*
रक्षा बंधन के दिन सौभाग्य योग का संयोग बन रहा है। सौभाग्य योग का समापन 10 अगस्त को देर रात 02 बजकर 15 मिनट पर होगा। इसके बाद शोभन योग का निर्माण होगा। वहीं, सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग सुबह 05 बजकर 47 मिनट से लेकर दोपहर 02 बजकर 23 मिनट तक है। इसके साथ ही श्रवण नक्षत्र दोपहर 02 बजकर 23 मिनट तक है। जबकि करण, बव और बालव हैं। इन योग में राखी का त्योहार मनाया जाएगा
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