करवा चौथ कब है? जानें सुहागनों के अखंड सौभाग्य के इस पर्व की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व विवेक अग्रवाल लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया शिमला। नवरात्री और दुर्गा पूजा उत्सव की समाप्ति के बाद एक ओर जहां कोजागरी पूर्णिमा (Kojagiri Purnima) पर लक्ष्मी पूजन (Lakshami Pujan) की तैयारियां की जा रही हैं तो वहीं महिलाएं अखंड सौभाग्य के पर्व करवा चौथ (Karwa Chauth) का बेसब्री से इंतजार भी कर रही हैं. करवा चौथ (Karva Chauth) पति-पत्नी के बीच अटूट विश्वास और प्यार को समर्पित है. महिलाएं इस दिन अपने पति की दीर्घायु और अच्छी सेहत के लिए व्रत रखती हैं. कुछ महिलाएं तो जन्म-जन्म तक अपने पति को फिर से प्राप्त करने की कामना से भी यह व्रत रखती हैं. करवा का अर्थ है मिट्टी का बर्तन और चौथ का अर्थ है देवताओं में प्रथम पूजनीय भगवान गणेश की प्रिय तिथि चतुर्थी. करवा चौथ के दिन महिलाएं दिन भर निर्जल-निराहार रहती हैं और रात में चंद्रमा को अर्घ्य देकर, चलनी की ओट से उनका दीदार करती हैं, फिर अपने पति के हाथों से जल पीकर अपना व्रत पूर्ण करती हैं. चलिए जानते हैं करवा चौथ की शुभ तिथि, शुभ मुहूर्त और इसका महत्व. कब है करवा च