दशानन ने नहीं बल्कि उसके इस सौतेले भाई ने बसाई थी सोने की लंका पंडित विनय शर्मा लोकल न्यूज ऑफ इंडिया हरिद्वार . रामायण से जुड़ी कहानियां तो हम अकसर ही सुनते आए है. रामायण ने हमें राम की विजय, एक आदर्श पुत्र, पति, भाई, और प्रशासक, योद्धा, रावण, बहु-प्रधान असुर राजा पर अद्वितीय, की जीत के बारे में बताया. लेकिन आज रामायण से जुड़े उस सम्राट की बात कर रहे है जिसके बिना रामायण की कहानी अधूरी रह जाएगी. हम बात ककर रहे लंका के सम्राट जिनके पास और भी बहुत कुछ है जो आंख से मिलता है. एक जटिल चरित्र जो एक धर्मनिष्ठ राजा था, उसे अक्सर खलनायक के रूप में अद्वितीय माना जाता है. ज्यादातर देशों में वह सीता का अपहरण करने वाले और युद्ध शुरू करने वाले खलनायक के रूप में दागी जाती है, जिसका दुरुपयोग करने वाला एक क्रूर दमनकारी शासक ज्ञान और वरदान है. फिर भी श्रीलंका में रावण की अलग राजा और मानव की छवि है. उन्हें भगवान शिव का एक महान अनुयायी, एक महान विद्वान, एक योग्य शासक और अवन का एक उस्ताद, रावणहत्था के रूप में जाना जाता है. वहीं रामायण में स्वर्ण नगरी लंका का अद्भुत वर्णन किया गया है. कहा जाता है क